टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (09 दिसंबर 2022): गुजरात में आम आदमी पार्टी की हार के बावजूद आप के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है।
दरअसल, आम आदमी पार्टी जो पहले एक क्षेत्रीय पार्टी थी अब उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है। आम आदमी पार्टी को भले ही गुजरात के विधानसभा चुनाव में महज 5 सीटों पर जीत मिली है लेकिन पार्टी का वोट शेयर 13 फ़ीसदी तक पहुंच गया है।
क्षेत्रीय पार्टी और राष्ट्रीय पार्टी में अंतर
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, जो पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर मौजूद होती है, वह राष्ट्रीय पार्टी होती है, और जो पार्टी सिर्फ राज्य में या किसी क्षेत्र में मौजूद हो वह क्षेत्रीय पार्टी होती है।
राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए क्या- क्या मापदंड है
राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता निर्वाचन आयोग की तरफ से दी जाती है ।
• कोई भी पार्टी जिसे चार प्रदेश में क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा मिला है, उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है ।
• कोई भी पार्टी अगर तीन अलग अलग राज्यों को मिलाकर लोकसभा की दो फीसदी सीटें जीतती है यानि किसी भी तीन प्रदेश में मिलाकर 11 सीटें जीतती है । यह 11 सीटें या उससे ज्यादा सिर्फ किसी एक प्रदेश में न होकर कम से कम तीन प्रदेश में हो तो उस पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है।
• यदि कोई भी पार्टी लोकसभा चुनावों में 4 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त करने के अलावा विधानसभा या लोकसभा चुनावों में कम से कम 6% वोट प्राप्त करती है , तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त हो जाता है।