टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (27/11/2022): आज रविवार, 27 नवंबर 2022 को जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर दिल्ली जंतर मंतर पर एक विशाल जनसंख्या महारैली का आयोजन किया गया। महारैली में देशभर से आए संगठन कार्यकर्ताओं और आम लोगों को संबोधित करते हुए संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि जनसंख्या असंतुलन की समस्या का एकमात्र समाधान जनसंख्या नियंत्रण कानून है और वह इस मुहीम का समर्थन करते हैं।
केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संगठन द्वारा सौंपे गए ज्ञापन की मांग से सहमति जताते हुए कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना अत्यंत आवश्यक है इसलिए वह इस ज्ञापन को उचित स्थान तक पहुंचाएंगे।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने बताया कि आठ-आठ बच्चे पैदा करने की प्रवृति पर अंकुश लगाने हेतु जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर देशभर में अंडरकरंट चल रहा है और जनता तय कर चुकी हो कि जो भी राजनीतिक दल, संगठन अथवा लोग इस कानून का विरोध करेंगे उनका देशभर के लोग वैचारिक सफाया कर देंगे। उन्होंने आगे बताया कि महारैली में देशभर के 22 राज्यों के 400 जिलों से शामिल कार्यकर्ताओं उन सभी प्रदेशों के आम लोगों का मानना है कि जनसंख्या असंतुलन की समस्या के कारण देश में गृह युद्ध के हालात पैदा हो सकते हैं।
संगठन द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि देश में अधिकतम दो बच्चे का कानून बने और वह जाति, धर्म, क्षेत्र एवं भाषाई बंधनों से ऊपर उठकर सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू हो। कानून तोड़कर तीसरी संतान उत्पन्न करने वाले दंपत्ति के सभी प्रकार की सरकारी सुविधाएं एवं सहायता समाप्त की जाएं और साथ ही साथ दंपत्ति और उस तीसरी संतान को जीवन पर्यंत मताधिकार से वंचित किया जाए। चौथा बच्चा करने को जानबूझकर कानून तोड़ना मानकर दंपत्ति की नसबंदी और जेल की सजा का प्रावधान किया जाए।
जनसंख्या महारैली में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा एवं राजस्थान आदि निकटवर्ती राज्यों के अलावा सुदूर दक्षिण तथा पूर्वोत्तर के मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैंड, असम, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल सहित देशभर के कार्यकर्ताओं ने बहुत बड़ी संख्या में भाग लिया। लोग बड़ी संख्या में स्वंय के खर्चे से बसों द्वारा अथवा साधनों से दिल्ली पहुंचे और बहुत ही अनुशासित तरीके से बातों को सुना। आम रैलियों के विपरीत लोग अपने घरों से रोटी बनवा कर लाए और पानी की बोतल भी अपने साथ ही लेकर आए और बहुत ही अनुशासित ढंग बातों को सुना और भविष्य में एक बड़े आन्दोलन का संकल्प लिया।
मंच का संचालन राष्ट्रीय संयोजक ममता सहगल तथा व्यवस्था पक्ष राष्ट्रीय महासचिव धर्मेंद्र धामा एवं कृष्ण मुरारी तथा अन्य पदाधिकारियों ने किया।