टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (25/11/2022): दिल्ली की जामा मस्जिद में अकेली लड़कियों की प्रवेश पर लगाई गई रोक को हटा दिया गया है। दरअसल जामा मस्जिद प्रबंधन कमेटी की ओर से आदेश जारी कर कहा गया था कि “जामा मस्जिद में लड़की या लड़कियों का अकेले दाखिला मना है।” इसे लेकर दीवारों पर नोटिस भी चिपकाया गया था। वहीं जामा मस्जिद के प्रशासन के इस फैसले पर काफी विवाद शुरू हो गया था। विवादों के बीच जामा मस्जिद के प्रशासन ने अपने आदेश को वापस ले लिया है।
एलजी के हस्तक्षेप के बाद फरमान वापस
इस मामले में उठे विवाद के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शाही इमाम से बात की। इसके बारे में बताते हुए जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि “उपराज्यपाल ने मुझसे बात की। हमने नोटिस बोर्ड हटा दिये हैं। लेकिन मस्जिद देखने के लिए आने वाले लोगों को उसकी शुचिता बनाकर रखनी होगी।”
इस फैसले पर जामा मस्जिद के PRO सबीउल्लाह खान ने कहा था कि “अकेली लड़कियों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। यह एक धार्मिक स्थल है, इसे देखते हुए निर्णय लिया गया है। इबादत करने वालों के लिए कोई रोक नहीं है।”
लड़कियों की नो एंट्री वाले फरमान पर महिला आयोग ने लगाई फटकार
आपको बता दें कि इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने जामा मस्जिद के प्रशासन के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताते हुए नोटिस जारी किया था। स्वाति मालिवाल ने कहा कि “हमने जामा मस्जिद के शाही इमाम के तालिबानी फैसले के खिलाफ ये नोटिस जारी किया है। शाही इमाम का आदेश असंवैधानिक है। उन्हें क्या लगता है कि यह ईरान है कि वह महिलाओं के साथ खुलेआम भेदभाव करेंगे और कोई नहीं रोकेगा। मस्जिद प्रशासन की ओर से लगाए गए इस बैन को हम हटवाकर रहेंगे।”