लखनऊ। 17 अगस्त से उत्तर प्रदेश के किसानों को खुशखबरी मिलनी शुरू हो जाएगी. विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों का कर्ज माफ करने का वादा करने वाली बीजेपी ने अपनी पहली ही कैबिनेट मीटिंग में यह फैसला लिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक योगी आदित्यनाथ 17 अगस्त से किसानों के कर्जमाफी का प्रमाण पत्र बांटना शुरू करेंगे. लखनऊ में खुद मुख्यमंत्री तो अन्य जिलों में प्रभारी मंत्री कर्ज माफी का सर्टिफिकेट देंगे.
86 लाख लाभार्थी किसान
योगी सरकार ने कैबिनेट की पहली बैठक में ही किसानों के फसली कर्ज माफ करने का फैसला किया था. हालांकि ये सुविधा सिर्फ़ लघु और सीमांत किसानों को ही मिलेगी, जिनके पास पांच एकड़ खेती वाली जमीन है और जिन्होंने एक लाख रूपये तक का कर्ज ले रखा है. यूपी में ऐसे 86 लाख किसान हैं.
34 हजार करोड़ रुपये की जरूरत
योगी आदित्यनाथ सरकार के किसानों के कर्जमाफी के फैसले से 36 हजार करोड़ रुपये की जरूरत बताई जा रही थी. जब बैंकों से जानकारी जुटाई गई तो यह आंकड़ा 34 हजार करोड़ रुपये रह गया है.