Delhi MCD Election 2022: एमसीडी चुनाव में क्या है प्रमुख मुद्दा | किसका पलड़ा है भारी

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (14 नवंबर 2022): राजधानी दिल्ली में MCD चुनाव की घोषणा हो चुकी है, नामांकन जारी है। ऐसे में सियासी पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जहां एकतरफ दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी आम आदमी पार्टी के तमाम नेता दिल्ली मॉडल की बात कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं , और कूड़े के पहाड़ को लेकर BJP पर निशाना साधने में जुटे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ BJP शासित MCD के नेताओं द्वारा नई शराब नीति, भ्रष्टाचार और जेल में बंद आम आदमी पार्टी के मंत्री सत्येंद्र जैन को मुद्दा बनाकर आम आदमी पार्टी को घेरने में जुटे हैं।

अब सवाल यह है कि आखिर इन दावों -वादों, आरोप-प्रत्यारोप के बीच दिल्ली की जनता के हित में MCD चुनाव के दरमियान मुख्य मुद्दे क्या होंगे? आखिर जनता किन मुद्दों को ध्यान में रखकर मतदान करेगी। दिल्ली में मुख्य मुद्दे क्या हैं? और अबतक MCD का किसका पलड़ा भारी है? इस बात की पड़ताल के लिए टेन न्यूज नेटवर्क के दिल्ली संवाददाता रंजन अभिषेक ने राजधानी में अलग अलग क्षेत्र के कई दिग्गजों से बातचीत की और जानने का प्रयास किया की इसबार के एमसीडी चुनाव में अहम मुद्दे क्या होंगे।

दक्षिणी दिल्ली की समाजसेविका श्वेता पांडे ने टेन न्यूज नेटवर्क के दिल्ली संवाददाता रंजन अभिषेक से टेलीफोनिक बातचीत में कहा “दिल्ली के मुख्य मुद्दे और समस्याओं की बात करें तो मेरे ख्याल से सबसे पहला मुद्दा है कचड़े का निस्तारण। चुकी कचड़ा हमारे घरों से निकाल कर बाहर कर दिया जाता है, लेकिन उसका ठीक ढंग से निस्तारण नहीं हो पाता है और कचड़े को एक जगह एकत्रित कर दिया जाता है। सड़क किनारे कई दिनों तक कचड़ा एकत्रित रहता है, जिस कारण वहां के दुर्गंध से गुजरने वाले लोगों को खास तौर पर वृद्ध आदमी और बच्चों को काफी समस्या होती है। तो मेरे ख्याल से जो पहली समस्या या पहला मुद्दा है वो है कूड़े का ठीक ढंग से निस्तारण किया जाए।”

आगे श्रीमती पांडे ने कहा कि” दूसरी समस्या की बात करें तो वह है सड़क किनारे पैदल चलने हेतु बने रास्ते की साफ सफाई। दरअसल सड़क किनारे जो पैदल चलने वाली सड़क बनाई गई है, वो इतनी गन्दी और दुर्गंधयुक्त होती है, की कोई भी व्यक्ति उसपर चल नहीं सकता है। जिस वजह से आए दिन पैदल चलने वाले वृद्धजनों और बच्चों का एक्सीडेंट हो जाता है। तो दूसरी समस्या यह है कि सड़क किनारे बने फुटपाथ की सफाई और उसका मरम्मतीकरण कराया जाना चाहिए।”

तीसरी समस्याओं के बारे में बात करते हुए श्वेता पांडे ने कहा ” मेरे ख्याल से तीसरी समस्या है सार्वजनिक शौचालय की सफाई। सार्वजनिक शौचालय तो कई बनाए गए हैं, लेकिन उसके साफ- सफाई नहीं होने के कारण लोग उसका प्रयोग नहीं कर पाते और यदि करें भी तो कई प्रकार की बीमारियां फैल सकती है। तो सार्वजनिक शौचालय की साफ सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करना भी आवश्यक है। इसके बिना हम ‘स्वस्थ दिल्ली और स्वच्छ दिल्ली’ की कल्पना नहीं कर सकते हैं।”

साथ ही श्वेता पांडे ने कहा कि MCD में BJP ठीक है, इन्हें थोड़ा और समय दिया जाना चाहिए।

MCD चुनाव के मद्देनजर IMA East Delhi के प्रेसिडेंट डॉ गौतम ने टेन न्यूज नेटवर्क के दिल्ली संवाददाता रंजन अभिषेक से टेलीफोनिक बातचीत में कहा ” मेरे ख्याल से पहला मुद्दा है MCD के कर्मचारियों का वेतन। समय पर MCD के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाता है, ना ही उन्हें पेंशन दिया जाता है। उनके लिए काफी समस्याएं होती है। सेवानिवृत्ति के बाद जीवन यापन करना उनके लिए काफी कठिन हो जाता है। इस मसले पर बात की जानी चाहिए और MCD के अधिकारियों को ससमय और उचित वेतन दिया जाना चाहिए।”

डॉ गौतम ने कहा कि” दूसरा मसला है जमीनी हकीकत, आखिर एमसीडी में कितने काम अबतक हुए हैं और जो पार्टियां बड़े-बड़े वादे कर रही है। उन सभी दावों और वादों की जमीनी सच्चाई क्या है? आखिर वास्तव में कितने काम हुए और कितने काम बाकि हैं, इसपर बात की जानी चाहिए।

आखिरी में डॉ गौतम ने कहा कि ” एकतरफ तो दिल्ली सरकार कहती है कि आप अस्पताल के बाहर बोर्ड, आपातकालीन सेवा, 24 घंटे उपलब्धता आदि की बोर्ड लगा के रखो। और दूसरी तरफ MCD कहती है कि अस्पताल के बाहर बोर्ड नहीं लगा होना चाहिए नहीं तो जुर्माना लगाया जाएगा। तो सवाल है कि आखिर इस द्वंद की स्थिति में चिकत्सक और अस्पताल प्रबंधक क्या करें?”

बहरहाल टेन न्यूज की टीम लगातार MCD चुनाव को लेकर RWA के सदस्यों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और NGO के सदस्यों से बातचीत कर चुनाव के मुख्य मुद्दे को जानने का और आपको अपडेट करने का प्रयास करेगी ।

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