टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (18 अक्टूबर 2022): जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में टारगेट किलिंग तब तक नहीं रुकेंगी जब तक कि भारत पाकिस्तान से बात नहीं कर लेता। कश्मीरी पंडित पूरन भट की हत्या पर अब्दुल्ला ने कहा कि जैसा कि भाजपा कहती रही है कि अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग हुई। तो उसे समाप्त किए चार साल हो गए लेकिन, पिछले कुछ सालों से कश्मीरी पंडितों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। अब भाजपा के पास क्या जवाब है? जैसे भारत लद्दाख क्षेत्र में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बीजिंग के साथ बात कर रहा है, उसे पाकिस्तान से भी बात करने की पहल करनी चाहिए।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि टारगेट किलिंग तब तक नहीं रुकेंगी जब तक वे (भारत और पाकिस्तान) बातचीत नहीं करते। भाजपा ने पहले अनुच्छेद 370 को हत्याओं और अन्य चीजों के लिए जिम्मेदार ठहराया था। अनुच्छेद 370 को निरस्त हुए चार साल हो गए हैं लेकिन, फिर भी लोग मर रहे हैं। अगर हत्याओं के लिए अनुच्छेद 370 जिम्मेदार था तो कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट को क्यों मारा गया? कोई न कोई वजह जरूर रही होगी। अनुच्छेद 370 हत्याओं के लिए जिम्मेदार नहीं था क्योंकि आतंकवाद को बाहर से प्रायोजित किया जा रहा है।
फारूक ने पीएम मोदी को यूक्रेन-रूस जंग के दौरान का एक बयान याद दिलाया कि युद्ध आज की दुनिया का कोई विकल्प नहीं है। फारूक ने कहा कि जब तक इसे रोका नहीं जाता, तब तक हत्याएं नहीं रुकेंगी और इसे कभी भी अकेले सैन्य रूप से नहीं किया जा सकता है।आज रूस-यूक्रेन युद्ध में क्या चल रहा है। वे महीनों से एक साथ लड़ रहे हैं और उन्होंने क्या हासिल किया है। अब तक कई लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि जब हम चीन से अपनी सीमाओं से वापस जाने के लिए बात और सीमा मुद्दे को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं तो हम पाकिस्तान से बात क्यों नहीं कर सकते हैं, नहीं तो हम यहीं मरते रहेंगे।