आज देश के शिक्षा क्षेत्र के पुनर्जागरण व पुनर्निर्माण का दिन : गृह मंत्री

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (17 अक्टूबर 2022): केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज रविवार को मध्य प्रदेश में देश में पहली बार हिंदी में एमबीबीएस के पाठ्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने हिंदी में चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत एमबीबीएस प्रथम वर्ष की तीन हिंदी पुस्तकों का विमोचन भी किया। देश में यह पहली बार है कि एमबीबीएस की पाठ्यपुस्तकें हिंदी में प्रकाशित हुई हैं और इसी के साथ मध्य प्रदेश आज से हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।

अमित शाह ने जिन तीन पुस्तकों का विमोचन किया, उनके नाम एनाटॉमी, फिजियोलॉजी एवं बायो केमिस्ट्री हैं। 97 चिकित्सकों के दल ने प्रचलित अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी रूपांतरण किया है। शाह के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने पुस्तकों का विमोचन किया। इस अवसर पर शाह ने कहा कि स्वभाषा के विकास एवं उपयोग से भारत अनुसंधान के क्षेत्र में विश्व में बहुत आगे जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैश्विक मंचों पर हिंदी में बोलते हैं और शिक्षा नीति में प्राथमिक, तकनीकी तथा चिकित्सा शिक्षा में हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।

गृह मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में शुरू कर प्रधानमंत्री मोदी के इस संकल्प को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि आज का दिन आज़ादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में भारत के चिकित्सा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिसे आने वाले समय में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। आज का दिन देश के शिक्षा क्षेत्र के पुनर्जागरण और पुनर्निर्माण का दिन है।

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नयी शिक्षा नीति में प्राथमिक, तकनीकी और मेडिकल शिक्षा में बच्चे की मातृभाषा को महत्व देकर एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हिन्दी, तमिल, तेलुगू, मलयालम, गुजराती, बंगाली आदि सभी क्षेत्रीय भाषाओं में मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा उपलब्ध कराने का आह्वान किया था और मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने सबसे पहले प्रधानमंत्री की यह इच्छा पूरी की है। शाह ने कहा कि आज मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में शुरू हो रही है और जल्द ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी में शुरू होगी। देशभर में आठ भाषाओं में इंजीनियरिंग की पुस्तकों का अनुवाद शुरू हो चुका है और कुछ ही समय में देश के सभी विद्यार्थी अपनी मातृभाषा में तकनीकी और मेडिकल शिक्षा लेने की शुरुआत करेंगे।