नफरती भाषणों पर अंकुश लगाने की जरूरत: चीफ जस्टिस यूयू ललित

टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (11अक्टूबर2022)

नफरत भरे भाषण देश में माहौल खराब कर रहे हैं और इसे रोकने की जरूरत है। यह टिप्पणी जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस एस रविंद्र भट्ट की पीठ ने एक याचिका की सुनवाई के दौरान की। याचिका में आरोप लगाया गया था कि इस तरह के भाषणों के खिलाफ सरकारी अधिकारियों के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि आप सही कह रहे हैं, नफरत भरी भाषणों को रोकने की जरूरत है, याचिकाकर्ता ने व्यक्तिगत रूप से पेश होते हुए कहा की 2024 के आम चुनाव से पहले भारत को हिंदुराष्ट्र घोषित करने के लिए अभद्र भाषा बोली गई थी।

पीठ ने कहा कि हमें देखना होगा इसमें कौन शामिल है और कौन नहीं। पीठ ने याचिकाकर्ता से सहमति जताते हुए मामले की सुनवाई एक नवंबर के लिए स्थगित कर दी।