केंद्रीय विद्यालय में हुए शिक्षकों के तबादले पर विरोध जारी, नियमों की अनदेखी कर तबादले का आरोप

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (25 सितंबर 2022): केंद्रीय विद्यालयों में बड़े स्तर पर शिक्षकों के तबादले को लेकर शिक्षकों और केंद्रीय विद्यालयों से जुड़े संगठनों द्वारा लगातार विरोध जारी है। कई शिक्षकों और संगठन के सदस्यों द्वारा “केंद्रीय विद्यालय संगठन” और विभागीय आला अधिकारियों पर नियमों की अनदेखी कर शिक्षकों के तबादले का आरोप लगाया गया है।

टेन न्यूज की टीम से बात करते हुए “केंद्रीय विद्यालय प्रगतिशील शिक्षक संघ” के महासचिव प्रियवरत चिकारा ने कहा कि” हमें इस तबादले से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन यह तबादला नियमों की अनदेखी कर किया गया है। और इसका हम विरोध करते हैं।”

 

महासचिव चिकारा ने आगे कहा कि “तबादले की जो प्रक्रिया है, उसका पालन नहीं किया गया है। केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा बनाए गए नियमों का ही सम्मान नहीं किया गया है। कई ऐसे शिक्षकों का तबादला कर दिया है जो अभी 4-7 साल पहले नौकरी ज्वाइन किए हैं। जबकि 15-20 वर्षों से कार्यरत शिक्षकों का तबादला नहीं किया गया है।”

महासचिव चिकारा ने बातचीत के दौरान कहा कि” यह बात सही है कि नौकरी ज्वाइन करते समय सबों को पता था कि पूरे भारत में कहीं भी उनका तबादला किया जा सकता है, लेकिन जिस प्रकार से नियमों की अनदेखी कर तबादला किया गया शिक्षक उसका विरोध कर रहे हैं।”
महासचिव चिकारा ने कई आंकड़े पेश करते हुए बताया कि किस प्रकार से नियमों की अनदेखी कर यह तबादला किया गया है।

 

वहीं “ऑल इंडिया केंद्रीय विद्यालय टीचर्स एसोसिएशन” के महासचिव एम.बी. अग्रवाल ने टेन न्यूज से बात करते हुए कहा कि” यह तबादला पूरा गलत है नियमों की अनदेखी कर यह तबादला किया गया है, संगठन द्वारा इसे रोकने हेतु पत्र के माध्यम से पहल किया गया है।”

आपको बता दें कि केंद्रीय विद्यालय के आला अधिकारियों के आदेश से सभी विद्यालयों में 50 फीसदी स्थाई शिक्षकों को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बड़े स्तर पर शिक्षकों का तबादला किया गया है।।