टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (08/09/2022): इंडिया आइडियाज समिट (India Ideas Summit) कार्यक्रम में अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में विकसित देशों ने विकासशील देशों का समर्थन किया है। लेकिन और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। कानून में अमेरिकी जलवायु विधेयक पर हस्ताक्षर करने के साथ दोनों देशों को इसका लाभ उठाने के लिए एक तंत्र खोजना होगा।
अडानी समूह के अध्यक्ष ने कहा कि सरकारों ने अपने हिस्से का काम किया है, अब जरूरत है कि व्यापार के माध्यम से सहयोग का तरीका खोजे। अडाणी समूह पहले से इन प्रयासों के लिए 70 अरब डॉलर की प्रतिबद्धता कर चुका है। यह हमें भारत में 3 गीगा फैक्ट्रियों का निर्माण करते हुए देखेगा, जो दुनिया की सबसे एकीकृत पवन ऊर्जा मूल्य श्रृंखलाओं में से एक है।
अडानी समूह के अध्यक्ष ने कहा कि यह पॉलीसिलिकॉन से सौर मॉड्यूल, पवन टरबाइन के निर्माण और हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइज़र के निर्माण तक विस्तारित होगा। परिणामस्वरूप, हम अपनी मौजूदा 20 GW क्षमता और 3 मिलियन टन हाइड्रोजन को जोड़ने के लिए अतिरिक्त 45 GW नवीकरणीय ऊर्जा उत्पन्न करेंगे। इसे 2030 से पहले पूरा कर लिया जाएगा।
अडानी समूह के अध्यक्ष ने कहा कि यह मूल्य श्रृंखला पूरी तरह से स्वदेशी होगी और हमारे देश की भू-राजनीतिक जरूरतों के अनुरूप होगी। मुझे यह भी विश्वास है कि हम अमेरिका में उन कंपनियों के समर्थन से अपने लक्ष्यों को और तेज कर सकते हैं जो हमारे साथ काम करने को तैयार हैं। हम दोनों को फायदा होगा।