2021 में ऊबर ने भारत में 44,600 करोड़ रु. का आर्थिक योगदान दिया: रिपोर्ट

टेन न्यूज नेटवर्क

दिल्ली एनसीआर, 25 अगस्त, 2022: ऊबर की पब्लिक फर्स्ट द्वारा संकलित 2021 इंडिया इकॉनॉमिक इंपैक्ट रिपोर्ट में सामने आया है कि ऊबर ने 2021 में किस प्रकार भारत की अर्थव्यवस्था के लिए 44,600 करोड़ रु. के आर्थिक मूल्य का सृजन करके राईडर्स, ड्राईवर्स और व्यापक समुदाय के लिए ऑन-डिमांड अर्थव्यवस्था में परिवर्तन लाने में मदद की है।

इस रिपोर्ट में इस आर्थिक योगदान एवं उद्योग की सुरक्षा व सततता बढ़ाने वाले महत्वपूर्ण तत्वों का गहन विश्लेषण किया गया है।

इस रिपोर्ट के मुख्य अवलोकनों में शामिल हैंः

भारतीय अर्थव्यवस्था में ऊबर का योगदान

ऊबर ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अनुमानित 44,600 करोड़ रु. के आर्थिक मूल्य सृजन किया। 2021 में ऊबर ने 1.5 ट्रिलियन रु. के उपभोक्ता अधिशेष का निर्माण किया, जो जीडीपी के 0.8 प्रतिशत के बराबर है।

राईडर, ड्राईवर्स और समुदायों पर प्रभाव

96 प्रतिशत राईडर्स ने बताया कि उनके द्वारा ऊबर का इस्तेमाल करने का एक महत्वपूर्ण कारण सुविधा व आराम है। सामान्य वर्ष में हमारा अनुमान है कि ऊबर सेवा साल में राईडर्स के 16.8 करोड़ घंटे बचाती है। वास्तव में भारतीय राईडर्स के मुताबिक उन्होंने पिछले दस सालों में राईडशेयरिंग को सबसे उपयोगी परिवहन इनोवेशन महसूस किया है।

2021 में हमारा अनुमान है कि ड्राईवर-पार्टनर्स ने ऊबर द्वारा साल में 1700 करोड़ रु. की अतिरिक्त उच्च आय अर्जित की, या अपने दूसरे सर्वश्रेष्ठ वैकल्पिक काम के मुकाबले औसतन 49 प्रतिशत ज्यादा आय अर्जित की।

सुरक्षा व पहुँच में सुधार

97 प्रतिशत महिला राईडर्स ने बताया कि वो ऊबर का इस्तेमाल करने की अपनी पसंद का सबसे महत्वपूर्ण कारण सुरक्षा को मानती हैं, और 76 प्रतिशत महिला राईडर्स इस बात पर सहमत हैं कि अब रात में देर से घर पहुँचना आसान हो गया है।

84 प्रतिशत राईडर्स, जिनके पास कार नहीं हैं, ने बताया कि ऊबर जैसी राईडशेयरिंग सेवाओं की उपलब्धता उनके द्वारा कार न खरीदने का एक महत्वपूर्ण कारण है। हमारे अनुमान से 4 में से 1 ऊबर ट्रिप जन परिवहन से जुड़ी है।

इस रिपोर्ट के बारे में प्रभजीत सिंह, प्रेसिडेंट, ऊबर इंडिया एवं साउथ एशिया ने कहा, ‘‘हमें इस बात की खुशी है कि भारत में पिछले नौ सालों में हमारे सफर ने हमारी अर्थव्यवस्था को काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 2021 में भारत में कोविड की दूसरी लहर के चुनौतीपूर्ण समय में ऊबर ने भारतीय अर्थव्यवस्था को 446 बिलियन रु. के बराबर आर्थिक मूल्य का योगदान दिया। हमें इस योगदान पर गर्व है और हम ऊबर प्लेटफॉर्म पर होने वाली हर राईड के द्वारा सार्थक परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’

आर्थिक कल्याण के सबसे महत्वपूर्ण उपायों में से एक – आप किसी को वस्तु या सेवा प्रदान करने के लिए स्वेच्छा से राशि देते हैं। यदि वस्तु का शून्य उपभोक्ता अधिशेष है, इसका मतलब है कि हम इसे ले सकते हैं या छोड़ सकते हैं, जबकि उच्च उपभोक्ता अधिशेष वाल वस्तुएं हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।