छात्रों ने जेईई मेन में तीसरे अटेम्‍प्‍ट की मांग को लेकर किया प्रदर्शन, जाने छात्रों का असल मुद्दा और समस्या?

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली, (22/08/2022): सोशल मीडिया के माध्यम से छात्र जेईई मेन के तीसरे अटेम्‍प्‍ट की लागतार मांग कर रहे हैं। ट्विटर पर जेईई मेन तीसरा अटेम्प्ट इन दिनों लगातार ट्रेंडिंग पर है। इसके साथ ही जेईई मेन में छात्र तीसरा अटेम्प्ट की मांग को लेकर आज दिल्ली के जंतर मंतर पर सरकार से गुहार लगाते हुए नज़र आए। आपको बता दें कि इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्‍जाम जेईई मेन के 2 सेशन का एग्जाम पूरा हो चुका है।

कुछ हीं दिनों में सेशन 2 की आंसर-की और रिजल्‍ट सामने आ जाएगा। इस बीच छात्रों ने तीसरे अटेम्‍प्‍ट की मांग को लेकर लगातार सरकार और शिक्षा मंत्रालय से गुहार लगा रहे हैं। लेकिन अभी तक ना तो सरकार और ना हीं शिक्षा मंत्रालय के तरफ से जवाब मिला है। जंतर मंतर पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने अपनी मांग के बारे में बताते हुए कहा की परीक्षा का एक और अटेम्‍प्‍ट मिलना चाहिए।

 

छात्रों ने टेन न्यूज से बताया की इसके अलावा NTA को इस बार परीक्षा में हुई गड़बड़‍ियों को भी दूर करना चाहिए। सभी स्‍टूडेंट्स को एक समान मौका देने के लिए यह जरूरी है कि परीक्षा एक बार और आयोजित की जाए। इसके साथ छात्रों ने कहा की ओएमआर शीट जो छात्र ऑनलाइन जमा करते हैं उसका छात्र के पास कोई सबूत नहीं होता है ऐसे में एक ओएमआर शीट छात्रों को परीक्षा के बाद दिया जाए।

 

छात्र आंखिर क्यों कर रहे तीसरा अटेम्प्ट की मांग इस सवाल पर छात्रों ने कहा की कई सेंटर्स पर सर्वस सही तरह से अपलोड नहीं हुआ था। ऐसे में सवालों को पूरा स्‍क्रॉल करना मुश्किल हो रहा था और बहुत से स्‍टूडेंट्स के स्‍क्रीन पर सवाल अपलोड ही नहीं हो रहे थे। एक छात्र ने बताया कि एग्जाम में रिस्पॉन्स सीट में गड़बड़ी का मामला सामने आया है इसलिए तीसरे अटेम्प्ट की मांग कर रहे हैं। छात्र ने बताया की आंसर में जवाब कुछ और दिया था जबकि रिस्‍पांस शीट में जवाब कुछ और दिखा रहा है।

प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि सरकार अगर तीसरे अटेम्प्ट की बात को नहीं मानती है तो हम छात्रों का भविष्य खराब हो जाएगा। हम सरकार से गुहार लगाते हैं कि हमारी मांगों को तत्काल संज्ञान में लिया जाए। क्योंकि लगभग 18 से 20,000 ऐसे छात्र हैं जो इस समस्या से तत्काल जूझ रहे हैं।