टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (21/08/2022): दिल्ली शराब नीति को लेकर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर शराब नीति को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए सवाल किया है। उन्होंने कहा कि इस शराब नीति के खिलाफ यदि किसी ने आवाज उठाई है, किसी ने जन आंदोलन किया है, भ्रष्टाचार उजागर किया, तो वो कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ता थे।
उन्होंने कहा कि हरदीप पुरी के साथ हमारा डेलिगेशन जाकर मिला था। हमने बड़े विस्तार से शराब नीति की बड़ी खामियां बताई थी। हमने मिलने के उपरांत इस मामले को पब्लिक डोमेन में भी डाला था। भाजपा पार्षद व भाजपा शासित नगर निगम के द्वारा जो कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, जिस तरह से शराब की दुकानें खोलने के सर्टिफिकेट बांटे गए। रोकने की बजाए दुकानें खुलती रही, भाजपा के लोग मौन बने रहे। लेकिन हम ये लड़ाई सड़क से लेकर विभागों तक लड़ते रहे।
उन्होंने कहा कि 3 जून को हम पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना के पास जाते हैं, विस्तार से इन बिंदुओं पर उनका ध्यान आकर्षित करते हैं कि किस तरह से शराब माफियाओं ने मिलकर शराब नीति पर काम किया, फायदा लिया और दिल्ली को लूटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि समूह बनाकर शराब की दुकानें ली गई।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से सवाल करते हुए कहा कि भाजपा सरकार जवाब दे कि विधानसभा में भाजपा के विधायकों ने शराब नीति के खिलाफ आवाज बुलंद क्यों नहीं की? भाजपा के विधायकों, सांसदों, मेयर्स, पार्षदों में से किसी एक ने भी इस शराब नीति के खिलाफ शिकायत क्यों दर्ज नहीं करवाई?
उन्होंने कहा कि शराब नीति में भाजपाई का साजिश पर्दाफाश हो गया है। भाजपा को एक सोम डिसलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी लगातार चंदा देती है। ये सोम ग्रुप एमपी की ब्लैकलिस्टेड कंपनी है। इसको जोन 13 में 20-25 दुकानें दी गई। मगर CBI की FIR की कॉपी में इस कंपनी का नाम नहीं है।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से सवाल करते हुए कहा कि हमारे सवाल है कि क्या यह डोनेशन चुप रहने के लिए लिया था? क्या शराब माफियाओं के साथ मिलकर दिल्ली को बेचने की साजिश में भाजपा नेता भी सम्मिलित थे? क्या इस लेन-देन के अलावा भी कोई अन्य लेन-देन हुए हैं?
उन्होंने कहा कि CBI की जो FIR है, जिसमें अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा, अर्जुन पांडे का नाम है जिसको मनीष सिसोदिया का नजदीकी बताया गया है। जिसमें समीर महेंद्रू, दिनेश अरोड़ा के खाते में 1 करोड़ ट्रांसफर करते हैं, दिनेश अरोड़ा के फोटोग्राफ और जिनसे रिश्ते हैं, वो पब्लिक डोमेन में हैं।