टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (20/08/2022): सीबीआई ने शराब घोटाले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आरोपी नंबर 1 बनाया है। वहीं इस सूची में मनीष सिसोदिया के अलावा 15 और लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है। इस सूची में कई नाम ऐसे शामिल हैं, जो मनीष सिसोदिया के करीबी बताए जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक उन करीबियों को पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय बुलाया गया है।
वहीं सीबीआई की एफआईआर कॉपी से पता चलता है कि अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अरुण पांडे शराब व्यापारियों से कमीशन लेते थे। और कमीशन के बदले लाइसेंस देते थे। ये चारों ही मनीष सिसोदिया के करीबी बताए गए हैं। इसलिए सीबीआई को मनीष सिसोदिया की भूमिका को लेकर संदेह है।
इस पूरे मामले में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया पर दो बड़े आरोप लगाए हैं। पहला ये कि निजी विक्रेता को 144 करोड़ 36 लाख रुपये का फायदा पहुंचाया गया और दूसरा उन्होंने कैबिनेट को भरोसे में लिए बिना और उपराज्यपाल के बिना अंतिम स्वीकृति के कई बड़े फैसले लिए हैं। इस मामले में जब सीबीआई ने मनीष सिसोदिया से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि केंद्र सीबीआई का गलत इस्तेमाल कर रही है, विपक्ष को खत्म करने के लिए ऐसी कार्रवाई की जा रही है।
आपको बता दें कि कल यानी शुक्रवार को सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को मुख्य आरोपी बनाया है। वहीं मनीष सिसोदिया के अलावा कुछ बड़े अधिकारी और नौकरशाहों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि इन करीबियों ने शराब व्यापारियों से 1 से 4 करोड़ के बीच में कमीशन लिया है। उस कमीशन के आधार पर ही लाइसेंस दिए गए और बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है। वहीं मनीष सिसोदिया तमाम आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं। तो वहीं सीबीआई दावा कर रहा है कि उनके पास इस मामले में पर्याप्त सबूत हैं। सीबीआई ने कल हुई 14 घंटे की रेड के दौरान कुछ जरूरी दस्तावेज बरादम किए हैं। साथ ही सीबीआई ने मनीष सिसोदिया का फोन और लैपटॉप को भी कब्जे में ले लिया है, उनका ईमेल डेटा भी जांच के दायरे में है।