बिलकिस बानो मामले में दोषियों को रिहा करने पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, पढ़े पूरी रिपोर्ट

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (17/08/2022): गुजरात के गोधरा कांड के बाद 2002 में चर्चित बिल्कीस बानो सामूहिक बलात्कार मामले में उम्रकैद की सजा पाए सभी 11 आरोपियों को रिहा कर दिया गया है। आपको बतादें की गुजरात सरकार ने अपनी क्षमा नीति के तहत इनकी रिहाई की मंजूरी दी है।

इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने गुजरात की बीजेपी सरकार और पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि गुजरात भाजपा सरकार ने बिलकिस बानो गैंगरेप मामले में 11 अभियुक्तों को जेल से रिहा कर दिया। इस निर्णय में भाजपा सरकार की मानसिकता दिखाई देती है।

पवन खेड़ा ने कहा कि कठुवा और उन्नाव के मामले देश के इतिहास में मील का पत्थर होंगे और राजनीति में शामिल हर व्यक्ति को शर्मिंदा करते रहेंगे। जब एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के पदाधिकारी, समर्थक सड़कों पर बलात्कारियों के पक्ष में रैली निकालते नजर आए थे। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने नारी सुरक्षा, नारी शक्ति, नारी सम्मान पर बड़ी-बड़ी बातें की थी। कुछ घंटों के बाद गुजरात सरकार ने बलात्कार के अभियुक्तों को रिहा कर दिया।

 

पवन खेड़ा ने कहा कि हमने यह भी देखा कि बलात्कार के जो अभियुक्त रिहा किए गए उनकी आरती उतारी जा रही है, तिलक लगाया जा रहा है। क्या यही है आज़ादी का अमृत महोत्सव है। बिलकिस बानो का ऐसा केस है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो को ₹50 लाख का मुआवजा देने का आदेश गुजरात सरकार को दिया था। इसके बाद साबित हो गया था कि बिलकिस बानो के साथ अपराध हुआ था, दरिंदगी हुई थी।

कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखते हुए पवन खेड़ा ने कहा की कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री से निवेदन करती है। प्रधानमंत्री देश को बताएं कि लाल किले की प्राचीर से जो उन्होंने कहा था क्या वो शब्द मात्र थे, उनकी बात पर उन्हें खुद भरोसा नहीं था। असली नरेंद्र मोदी कौन हैं। जो लाल किले की प्राचीर से झूठ परोसते हैं या फिर वो जो अपनी गुजरात सरकार से बलात्कार के अभियुक्तों को रिहा करवाते हैं। यह कांग्रेस पार्टी और देश जानना चाहता है।