टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (1 अगस्त 2022): दिल्ली ज़के नवनियुक्त पुलिस आयुक्त संजय अरोरा, भारतीय पुलिस सेवा के 1988 बैच के तमिलनाडु कैडर के अधिकारी हैं।
उन्होंने मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर (राजस्थान) से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
आईपीएस के रूप में उन्होंने तमिलनाडु पुलिस में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएँ दी हैं । आगे चलकर स्पेशल टास्क फोर्स के पुलिस अधीक्षक रहे, इस दौरान वीरप्पन गिरोह के विरुद्ध महत्वपूर्ण सफलता हासिल की, तथा इस शौर्य के लिए मुख्यमंत्री द्वारा वीरता पदक से सम्मानित किया गया।
1991 में एन एस जी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, उस दौर में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को सुरक्षा प्रदान करने के लिए विशेष सुरक्षा समूह (एसएसजी) के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जब लिट्टे के आतंकवाद का दौर चरम पर था I तमिलनाडु के विभिन्न जिलों के पुलिस अधीक्षक के रूप में भी कार्य किया।
प्रतिनियुक्ति पर 1997 से 2002 तक भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) में बतौर कमान्डेंट तैनात रहेI 1997 से 2000 तक बल की सीमा सुरक्षा में तैनात मातली (उत्तराखंड) स्थित बटालियन के सेनानी के रूप में सेवाएँ प्रदान की I एक प्रशिक्षक के तौर पर 2000 से 2002 तक आईटीबीपी अकादमी, मसूरी, उत्तराखंड में कॉम्बैट विंग में सेनानी (प्रशिक्षण) के रूप में प्रशिक्षण के क्षेत्र में अपना योगदान दिया I
वर्ष 2002 से 2004 तक बतौर पुलिस आयुक्त, कोयंबटूर शहर के रूप में तैनात रहे। विल्लुपुरम रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक के पद पर तैनात रहे। महानिरीक्षक, रेलवे के पद पर नियुक्त होने से पहले उप निदेशक, सतर्कता और एंटी-करप्शन के महत्वपूर्ण पद पर कार्यरत रहे।
तमिलनाडु पुलिस में अपर पुलिस आयुक्त (यातायात), चेन्नई, ए.डी.जी.पी. (ऑपरेशन्स) और ए.डी.जी.पी. (प्रशासन) के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वाह किया।
आगे चलकर बी.एस.एफ. और सी.आर.पी.एफ. में बतौर महानिरीक्षक और सी.आर.पी.एफ. में अपर महानिदेशक के रूप में सेवा दी। महानिदेशक, आईटीबीपी का पदभार संभालने से पहले स्पेशल डी.जी. सी.आर.पी.एफ. (जम्मू-कश्मीर) जोन के पद पर कार्यरत रहे हैं।