मधुश्रावनी पूजा: 14 दिनों तक की जानेवाली मदुश्रावनी पूजा, जानें क्या है नवविवाहिताओं की मान्यता

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (31 जुलाई 2022): श्रावण कृष्ण पंचमी के दिन से श्रावण शुक्ल तृतीया तक 14 दिनों तक चलने वाली मदुश्रावनी पूजा के प्रति नव विवाहित कन्याओं की विशेष आस्था है।

यह पर्व मूल रूप से बिहार के मिथिला क्षेत्र में मनाई जाती है। यहां नवविवाहित कन्याओं की यह मान्यता है कि मधुश्रावनी पूजा एवं व्रत से वैवाहिक जीवन में स्नेह और सुहाग बना रहता है।

आपको बता दें की इन 14 दिनों तक नवविवाहित कन्याएं दिन और रात में केवल एक समय ही भोजन करती है, आमतौर पर इन दिनों में नव विवाहित कन्याएं अपने मायके में रहती है। और नियमित साज श्रृंगार कर संध्याकाल में फूल चुनती है और डाल सजाती है और अगले दिन उस डाल से विषहर अर्थात नागवंश की पूजा करती हैं।

मधुश्रावणी पूजा को लेकर इनदिनों मिथिलांचल क्षेत्र में नवविवाहित कन्याओं में खासा उत्साह है।।