टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (27/07/22): राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग इलाके में खनन बंद कराने की मांग को लेकर आत्मदाह करने वाले साधु विजय दास के मामले की जांच पड़ताल करने के बाद बीजेपी की जांच टीम आज दिल्ली में घटना स्थल की रिपोर्ट गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी।
रिपोर्ट सौंपने के बाद भारतीय जनता पार्टी के महासचिव अरुण सिंह ने कहा की 20 जुलाई को स्वामी विजयदास जी ने आत्मदाह किया, 23 जुलाई को उनके प्राण नहीं रहे। 24 जुलाई को हमारी पार्टी द्वारा गठित यह उच्चस्तरीय कमेटी घटनास्थल पर गई। घटनास्थल पर जाने के बाद कमेटी ने अपनी रिपोर्ट बनाई। वह रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को और माननीय गृह मंत्री जी को सौंप दी गई है।
अरुण सिंह ने कहा कि हमने घटनास्थल पर जाकर बहुत ही हृदय विदारक स्थिति वहां देखी। लोगों के मन में राजस्थान सरकार के प्रति बहुत गुस्सा और सरकार के रवैये के प्रति बहुत आक्रोश था। आसपास के गांवों के जो लोग हमसे मिले, उन्होंने हमसे कहा कि संत विजयदास जी का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। विजयदास जी ने अपने प्राणों की आहूति कनकाञ्चल और आदि बद्री पर्वत दोनो ब्रज की 84 कोस परिक्रमा के अंदर आते हैं। इन पर्वतों के पास अवैध खनन को रोकने के लिए दिया।
इससे पर्यावरण और हमारी संस्कृति एवं धार्मिक स्थल को बहुत नुकसान पहुंचाया जा रहा था। इससे क्षुब्ध होकर विजयदास जी और अन्य संत धरने पर बैठे। 551 दिन ये धरना चला, लेकिन उसके बाद भी खनन नहीं रुका।
राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री से लेकर सब मंत्री मिले हुए थे। स्थानीय मंत्री जाहिद खान के भी 2 पट्टे वहां थे। अवैध रूप से इतना पैसा कमाया जा रहा था कि राजस्थान सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
अरुण सिंह ने कहा की हम लोग वहां मान मंदिर ट्रस्ट में भी गए और कईं साधु संतों से भी मिले। उन्होंने कहा है कि यह पूरा अवैध खनन राजस्थान सरकार के संरक्षण में हो रहा था, सरकार के मंत्री की इसमें सीधी संलिप्तता है, अधिकारियों की मिलीभगत है। इसलिए इसकी जांच होनी चाहिए। राजस्थान सरकार निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती, इसलिए इसमें CBI जांच होनी चाहिए। उनकी इस मांग का हम भी समर्थन करते हैं कि इस मामलें की CBI जांच अवश्य होनी चाहिए।