टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (27/07/2022): गुजरात में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने आज बुधवार को राज्यसभा में नियम 267 के तहत बिजनेस नोटिस दिया है। उन्होंने मांग किया है कि सदन के अन्य कार्यों को स्थगित कर इस गंभीरतम विषय पर सदन में चर्चा कराई जाए। उन्होंने कहा कि गुजरात में जहरीली शराब पीने के कारण अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा लोग अभी भी अस्पतालों में भर्ती है। गुजरात के बोटाद जिले में यह कहर टूटा है।
उन्होंने नोटिस में कहा है, “इस दुर्भाग्यशाली घटना का एक कड़वा सच यह भी है कि जिस रोजीद गांव में जहरीली शराब के कारण 9 लोगों की मौत हुई है, उसके सरपंच ने तीन महीने पहले से ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन को बार-बार पत्र लिखकर खुलेआम बिक रही शराब की शिकायत की थी। लेकिन सरकार कार्यवाही के नाम पर सिर्फ़ दिखावा करती रही। यदि समय रहते सही कदम उठा लिए जाते तो आज मौत के इस मंजर को रोका जा सकता था। ऐसी शिकायतें पूरे गुजरात से आ रही है लेकिन सरकार निष्क्रिय पड़ी हुई है। इसी तरह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब पीने से लगभग 110 लोगों की मौत हो गयी।”
उन्होंने कहा कि “दिल्ली में जितने ठेके हैं उतने ठेके तो उत्तर प्रदेश के एक जिले में है। दिल्ली सरकार ने इनका सही तरह से प्रबंधन कर मिसाल पेश की है जबकि उत्तर प्रदेश में हालात ये है कि अकेले अलीगढ़ में जब जांच हुई तो कुल 521 सरकारी ठेकों में से 390 ठेकों पर शराब के रूप में जहर बेचा जा रहा है। यूपी में ठेकों पर ज़हरीली शराब के कारण लोगों की जान जा रही है। इस तरह की घटनाएं बिहार में भी सामने आ रही है। ज़हरीली शराब के कारण इतने लोगों की मौत गुजरात में शराबबंदी की असलियत को सारे दावे को देश के सामने उजागर कर दिया है। शराबबंदी की आड़ में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। यह गैरकानूनी कारोबार लोगों को ज़हरीली शराब पिलाकर उनकी जान ले रहा है। गुजरात सरकार ने शराब को सिर्फ कागजों में ही बंद किया है बल्कि असलियत में आम लोगों को जहरीली शराब परोसी जा रही है और लोगों की जिंदगियां छीनी जा रही है। पूरे भारत में ऐसी घटनाओं ने लोगों को झकझोर दिया है।