नई दिल्ली| पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत ने शुक्रवार को पनामा पेपर्स लीक मामले में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दोषी करार दिया है. इस मामले में जांच दल ने शरीफ की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा किया था. सर्वोच्च अदालत ने अपने फैसले में प्रधानंमत्री नवाज शरीफ को इस पद के लिए ‘अयोग्य’ करार दिया.
नवाज शरीफ की बर्खास्तगी का फैसला सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने लिया. जजों की बेंच ने नवाज शरीफ और उनके बच्चों के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा. सर्वोच्च न्यायलय से अयोग्य ठहराए जाने के बाद नवाज़ शरीफ़ ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया. पाक के संविधान के अनुसार देश के प्रधानमंत्री को सच्चा और ईमानदार होना कानूनी तौर पर अनिवार्य है.
जानिए इस मामले में अबतक क्या-क्या हुआ
यह मामला 1990 के दशक में उस वक्त धनशोधन के जरिए लंदन में सपंत्तियां खरीदने से जुड़ा है जब शरीफ दो बार प्रधानमंत्री बने थे. इन संपत्तियों में लंदन स्थित चार महंगे फ्लैट शामिल हैं
यह संपत्तियां विदेश में बनाई गई कंपनियों का धन लगा हुआ है और इन कंपनियों का स्वामित्व शरीफ की संतानों के पास है.
सर्वोच्च न्यायालय ने शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए इसी साल मई में संयुक्त जांच दल (जेआईटी) का गठन किया था.
जेआईटी ने गत 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट शीर्ष अदालत को सौंपी थी.
जेआईटी ने कहा कि शरीफ और उनकी संतानों की जीवनशैली उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से कहीं ज्यादा विस्तृत थी.
शरीफ ने जेआईटी की रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसे ‘बेबुनियाद आरोपों का पुलिंदा’ करार दिया था और पद छोड़ने से इनकार किया था.
बीते 21 जुलाई को शीर्ष अदालत ने सुनवाई पूरी करने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत ने आज इस मामले में शरीफ को दोषी करार दिया.
पांच न्यायाधीशों की पीठ ने इस्लामाबाद में सर्वोच्च अदालत के कोर्टरूम नंबर-1 में शुक्रवार को फैसला सुनाया.
सर्वोच्च अदालत ने अपने फैसले में प्रधानंमत्री नवाज शरीफ को इस पद के लिए ‘अयोग्य’ करार दिया है.
आपको बता दें कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का पूरी उत्सुकता के साथ इंतजार किया जा रहा था क्योंकि शरीफ के पिछले दो कार्यकाल तीसरे साल में खत्म हो गए थे. शरीफ पहली बार 1990 से 1993 के बीच प्रधानमंत्री रहे. उनका दूसरा कार्यकाल 1997 में शुरू हुआ जो 1999 में तत्कालीन सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ द्वारा तख्तापलट किए जाने के बाद खत्म हो गया.
सूत्रों के मुताबिक अब उनके भाई शाहबाज शरीफ नए पीएम बन सकते हैं. इस वक्त वह पंजाब के सीएम हैं. इसके अलावा आंतरिक सुरक्षा मंत्री आसिफ ख्वाजा भी पीएम पद संभाल सकते हैं.