दिल्ली: कम स्टाइपेंड मिलने से नाराज जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (16/07/22) दिल्ली के चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद चरक संस्थान के इंटर्न छात्रों ने स्टाइपेन बढ़ाने की मांग को लेकर कॉलेज परिसर में लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का संस्था के प्रशासन पर आरोप है कि उनके बार बार स्टाइपेन बढ़ाने की मांग को कॉलेज प्रशासन द्वारा अनदेखा किया जा रहा है। अपनी मांगो को लेकर धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि जब अन्य संस्थानों में इसी कोर्स के छात्र जो इंटर्न करते हैं। उन्हें ज्यादा स्टाइपेन दिया जाता है तो फिर उन्हें कम स्टाइपेन आखिर क्यों दिया जा रहा है।

छात्र की मांग है कि उनके स्टाइपेन बढाया जाए। प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने अपनी मांगो को लेकर रैली भी निकाली और जमकर नारे लगाए। छात्रों की मांगों का फिलहाल कोई सुध नहीं ले रहा है। छात्रों ने कहा की हम भूखे – प्यासे अपनी मांगो को लेकर पिछले 30 घंटे से अधिक से हड़ताल पर बैठे है पर हमारी कोई नहीं सुन रहा है। छात्रों ने आरोप लगाया की कॉलेज से उन्होंन कई बार अपनी स्टाइपेन बढ़ाने की गुहार लगाई है लेकिन लगातार उन्हें ये कहकर टाल दिया जाता है कि अगली मीटिंग में इस बात पर विचार किया जाएगा।

 

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि हमारा कॉलेज प्रशासन कह रहा है कि इस विषय में वह अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं लेकिन उच्च अधिकारी, गवर्निंग काउंसिल और दिल्ली सरकार इस मुद्दे में वांछित कदम नहीं उठा रही है, बावजूद इसके कि आयुष निदेशालय द्वारा स्टाइपेंड के संशोधन में पहले ही आदेश जारी किया जा चुका है।

छात्रों का कहना है कि उनकी यह हड़ताल सरकार और सभी संबंधित उच्च अधिकारियों के खिलाफ है और पिछले 4-5 साल से हर बैच का एक ही मुद्दा, वही झूठे वादे लेकिन जमीन हकीकत इससे कोसों दूर है। छात्रों ने इस बात से भी अवगत कराया है कि उनके कॉलेज के सीनियर को स्टाइपेंड के रूप ₹15000 प्रतिमाह ही मिल रहा है लेकिन इसके अलावा अन्य संस्थानों में इंटर्न को ₹23000 से ₹26000 प्रतिमाह की राशि मिल रही है। छात्रों के इंटर्नशिप का यह प्रथम माह है, इसलिए वह स्टाइपेंड को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

पदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा है जब तक उनकी मांगो के मान नहीं लिया जाता उनका हड़ताल जारी रहेगा। छात्रों ने कहा की हम काफी परेशान हैं पर हमारी परेशान न ही कॉलेज और न ही दिल्ली सरकार को दिख रही है।