UPSC सिविल सेवा परीक्षा में अतिरिक्त प्रयास के मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर शुरू हुआ छात्रों का सत्याग्रह

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (15/07/22): सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना लाकर सरकार भले ही देश के युवाओं को रोजगार देने के बड़े-बड़े वादे कर रही है। लेकिन आज से दिल्ली के जंतर मंतर पर रोजगार और हक की मांग को लेकर देशभर के कई युवा सत्याग्रह पर बैठने जा रहे हैं। दिल्ली के जंतर मंतर पर बैठे छात्र यूपीएससी, एसएससी, आईबीपीएस, आरआरबी और अन्य केंद्रीय परीक्षाओं की भर्तियों में 2 साल की छूट और 2 अतिरिक्त प्रयास देने की मांग कर रहे हैं। वे सभी के लिए अतिरिक्त प्रयास की मांग कर रहे हैं। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना की पहली लहर और दूसरी लहर के भीषण प्रभावों को देखते हुए छात्र एक्स्ट्रा अटेम्प्ट की मांग कर रहे हैं।

 

कोरोना महामारी के दौरान यूपीएससी एवं अन्य अधिकारी परीक्षा आयोजित की गई थी। उस समय विभिन्न समस्याओं से गुजरने वाले छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे। केंद्रीय परीक्षाओं की भर्तियों में 2 साल की छूट और 2 अतिरिक्त प्रयास देने की मांग कर रहे हैं। वे सभी के लिए अतिरिक्त प्रयास की मांग कर रहे हैं। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना की पहली लहर और दूसरी लहर के भीषण प्रभावों को देखते लिए मांग कर रहे हैं।

 

छात्रों ने कहा की कोरोना से हालात बिगड़ने के कारण परीक्षा में देरी हुई, उम्मीदवार इस समय का उपयोग नहीं कर सके, क्योंकि वे विभिन्न समस्याओं से गुजर रहे थे जैसे कि उनके परिवार के सदस्य और उम्मीदवार स्वयं कोविड सकारात्मक थे, वित्तीय मुद्दे, मानसिक तनाव, अपने प्रियजनों को खो दिया कोविड के कारण, सामग्री की अनुपलब्धता, विवाहित महिलाओं की बढ़ती जिम्मेदारियां आदि।

 

जंतर मंतर पर भारी संख्या में छात्रों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, मोदी तेरी खैर नहीं, हम अपना हक मांगते नहीं किसी से भीख मांगते। इन तमाम नारों के बीच सीधे तौर पर युवाओं का कहना है कि सरकार हमारी मांगों को अगर नहीं मानती है तो हम आज से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह पर दिल्ली के जंतर मंतर पर बैठने जा रहे हैं। जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तब तक यह सत्याग्रह आंदोलन चलता रहेगा।