संसद में तीखे पलटवार के लिए आप नेता संजय सिंह ने तैयार किया अपना शब्दकोश, सभी प्रतिबंधित शब्दों का खोजा पर्यायवाची

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (15/07/2022): आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सदन में कुछ शब्दों पर लगे प्रतिबंध को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आज ट्विटर पर अपना वीडियो शेयर कर कहा कि संसद में कई शब्दों के बोलने पर रोक लगा दिया गया है। इसका विकल्प और पर्यायवाची निकाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि साथी सांसद कृपया ध्यान से सुने, नए शब्दों का आविष्कार हो गया है, सदन में इन्हीं शब्दों का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि तानाशाही नहीं बोल सकते हैं तो मोदीशाही बोल देंगे।

ऐसे ही और भी प्रतिबंधित शब्द है जिसमें दादागीरी का मोदी-शाहगीरी, जुमलाजीवी का जुमला-मोदी-जीवी, जयचंद का जयचंट, शकुनी का अपशकुनी / गंधारमामा, खून की खेती का खेती का खून, बहरी सरकार का कानी सरकार, खरीद-फरोख्त का सरकार बनाओ सरकार गिराओ, कालासत्र का दिवाला सत्र, दलाल का दाल्लाल (दाल लाल), बाल बुद्धि का नन्हबुद्धि, चांडाल चौकड़ी का हम दो हमारे दो, विनाश पुरुष का ज्ञखण्डहर पुरुष, स्न्नूपगेट का मोदी-शाह वाली जासूसी, चिलम लेना का दम मारो दम, कोयला का कोयला खोर, चोर चरस पीते हैं का चरस बोते हैं, घड़ियाली आंसू का योगीवाली आंसू और ड्रामा का ड्रमबाज शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि तरीका तो निकल जाएगा। आप इन चीजों पर रोक लगाना चाहते हैं और आप चाहते हैं कि हम इन सब शब्दों को नहीं बोल सकते हैं। तो इसे बोलने को बहुत सारे तरीके हैं। उन तरीकों का हम इस्तेमाल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि इस तरीके से हमारी जुबान बंद करने की कोशिश मत कीजिए। हमारी आवाज को दबाने की कोशिश मत कीजिए। इसके बहुत तरीके निकल जाएंगे। सदन में अपनी बात रखने का हुनर हम सबके पास है।