टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (14/07/2022): जनसंख्या नियंत्रण को लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा दिए गए बयान को लेकर राजनीति गरमा गई है। उनके बयानों पर पलटवार करते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन(AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार दो बच्चों का मानदंड का बिल लाएगी, तो मैं उसका बिलकुल समर्थन नहीं करुंगा क्योंकि यह भारत के बिलकुल हक में नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि भारत की जनसंख्या अपने आप गिर रही है और 2030 तक यह स्थिर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत की 50% आबादी 25 वर्ष से कम उम्र के युवाओं की है, उनके लिए मोदी सरकार ने क्या किया? बेरोज़गारी इस देश का ज्वलंत मसला है। धर्म परिवर्तन से भारत का क्या ताल्लुक? भारत का कोई धर्म है? RSS चाहती है कि भारत का एक धर्म हो।
बता दें कि RSS प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में कहा था कि “मनुष्य के पास अगर बुद्धि नहीं होती तो वो पृथ्वी पर सबसे कमजोर प्राणी होता। लेकिन कभी संज्ञानात्मक आवेग मनुष्य के जीवन में आया जिसने उसे सर्वश्रेष्ठ बनाया मगर केवल खाना-पीना और प्रजा बढ़ाना, ये काम तो पशु भी करते हैं। जो ताकतवर है वो जीवन जी लेगा, यह जंगल का कानून है लेकिन मनुष्यों की व्याख्या है कि सबसे योग्य व्यक्ति दूसरों को जीने में मदद करेगा।”