पाकिस्तानी पत्रकार ने किया बड़ा खुलासा, भारत में ISI के साजिश का हुआ पर्दाफाश

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (13/07/22): एक बार फिर भारत में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। एक पाकिस्तानी निजी चैनल पर पत्रकार नुसरत मिर्जा के खुलासे से भारत में सनसनी मच गई है। पाकिस्तानी जासूस नुसरत मिर्जा का कहना है कि उसे भारत बुलाया गया था, जब हामिद अंसारी उपराष्ट्रपति थे। वह 2011 में आखिरी बार मिल्ली गैजेट अखबार के मालिक जफरुल इस्लाम के न्योते पर भारत आया था, और यहां से सूचना ले जाकर आईएसआई के चीफ को दी थी।

इस मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने है, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा की देश की जनता की तरफ से ये एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसको उठाया जा रहा है। नुसरत मिर्जा पाकिस्तान के पत्रकार हैं, इन्होंने खुद खुलासा किया है कि भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी 2005 से 2011 के बीच में न्योता देकर भारत बुलाया था। नुसरत मिर्जा साक्षात्कार में कहता है कि जब मैं भारत के दौरे पर था तब तत्कालीन उपराष्ट्रपति मुझे भारत बुलाए थे। हमारी बातचीत में जो जानकारी साझा की जाती है वो अति संवेदनशील और गोपनीय होती है।

गौरव भाटिया ने कहा की पाकिस्तानी पत्रकार बताता है कि अति संवेदनशील और गोपनीय जानकारी एक बार नहीं बल्कि पांच बार साझा की गई। उसने ये जानकारी हामिद अंसारी जी से ली और इस जानकारी को भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया गया। पाकिस्तानी पत्रकार का साक्षात्कार बता रहा है कि भारत को कमजोर करने के लिए ISI जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी है, इस जानकारी को उसके साथ साझा किया गया।

 

भारत पूरे विश्व में आतंकवाद के खिलाफ जो मुहिम है उसमें अग्रणी भूमिका निभा रहा है। और कांग्रेस की सरकार 2005-11 के बीच में पांच बार ऐसे व्यक्ति को भारत आने का निमंत्रण देती है, देश की गोपनीय जानकारी साझा की जाती हैं। देश की जनता ये पूछना चाहती है कि आतंकवाद का खात्मा करने के लिए क्या कांग्रेस की सरकार की ये नीति थी? कांग्रेस देश की अति गोपनीय चीजों को दूसरे देश से साझा कर रही थी, जिसका वो आतंकवाद के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। इसीलिए देश की जनता आज व्यथित है।

गौरव भाटिया ने कहा की एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी देश की अखंडता को मजबूत कर रहे हैं, आतंकवाद को देश से खत्म करने का हमारा संकल्प है। दूसरी तरफ कांग्रेस पाटी की सोच देश को कमजोर करने की रही है।