टेन न्यूज नेटवर्क,
नई दिल्ली, 06/07/22
भारतीय इस्लाम का प्रमुख संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के तरफ से देश में साम्प्रदायिक एकता को मजबूत करने के लिए आज दिल्ली के आईटीओ पर स्थित मदनी हॉल में सद्भावना सम्मेलन के बैनर तले जमीयत सद्भावना मंच का आयोजन किया गया। जमीयत उलेमा हिंद के तरफ से देश में आपसी भाईचारा और आपसी प्रेम को कायम करने के लिए सभी धर्म के धर्म गुरुओं द्वारा एक मंच पर अपने विचार रखने के लिए ये कार्यक्रम रखा गया।
सद्भावना सम्मेलन में आपसी सद्भावना व सम्मान और मानवता के माहौल को पूरे देश में मजबूत करना, राष्ट्र देश की सेवा के लिए हमेशा आगे रहना, धार्मिक व सामाजिक भेदभाव और नफरत को खत्म करना, धर्म और धार्मिक गुरु के खिलाफ ओछे शब्दों का प्रयोग ना करें। किसी भी क्षेत्र में समस्या आने पर आपस में बैठकर उसका हल निकाले। सभी इलाकों में सद्भावना कमेटी का निर्माण व साझा मीटिंग का आयोजन करना ऐसे हीं तमाम मुद्दों पर चर्चा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जमीयत उलेमा-ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा की आज समाज में सारे धर्म के धर्म गुरुओं को आपस में चर्चा और राय विमर्श करके पूरे देश में इस तरह के धर्म संसद का आयोजन करना चाहिए जिससे आपसी भाईचारा बढ़े। कार्यक्रम का मकसद जो इन दिनों देश में माहौल खराब हो रखा है आपसी भाईचारा भंग हो चुकी है उसे फिर से कायम करने को लेकर रखी गई है।
इस सद्भावना सम्मेलन में उपस्थित सारे धर्म गुरुओं ने एक सुर में संकल्प लिया कि हम सब भारत के वासी एक हैं हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब भाई भाई हैं। हमें आपस में मिलकर रहने की जरूरत है। जो लोग एक दूसरे लोगों के बीच नफरत पैदा करता है यह गलत है क्योंकि किसी भी मजहब और धर्म नफरत की इज़ाजत नहीं देता है।