टेन न्यूज नेटवर्क,
नई दिल्ली, 05/07/22
जयपुर के उदयपुर हत्याकांड को लेकर लेकर जमकर राजनीति हो रही है। राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर अब आरोप- प्रत्यारोप की राजनीति भी तेज हो गई है। उदयपुर मास्टरमाइंड का बीजेपी कनेक्शन को लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा की पिछले एक सप्ताह में भाजपा का चेहरा बेनकाब हो गया है। उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या, आतंकवादी भाजपा का कार्यकर्ता निकला। जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों में से एक तालिब हुसैन शाह बीजेपी का पदाधिकारी निकला।
पवन खेड़ा ने कहा की “तालिब हुसैन शाह”, जो जम्मू के भाजपा के माइनॉरिटी मोर्चा आईटी सेल का प्रभारी है, जब पकड़ा गया तब यह पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए जा रहे श्रद्धालुओं पर हमले की योजना बना रहा था। जिसकी देश के गृहमंत्री के साथ तक तस्वीर है।
पवन खेड़ा ने बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा की राष्ट्रवाद की बात करने वालों के लिए क्या ये शर्म की बात नहीं है? और यह कोई पहला या दूसरा मौका नहीं है, जब भाजपा के नेता या कार्यकर्ता आतंकी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। ऐसी कई घटनाएं हैं क़रीब दो साल पहले जम्मू कश्मीर में एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जब आतंकियों को हथियार मुहैया कराने के आरोप में बीजेपी के पूर्व नेता एवं सरपंच “तारिक़ अहमद मीर” को गिरफ्तार किया गया था।
मीर पर हिजबुल कमांडर नवेद बाबू को हथियार देने का आरोप था, जो आतंकियों की मदद करने वाले डीएसपी दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार हुआ था। साल 2017 में मध्यप्रदेश की वह घटना आपको याद होगी जब ATS की टीम ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश करते हुए ISI के 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक BJP आईटी सेल का सदस्य ध्रुव सक्सेना भी शामिल था।
2 साल बाद, 2019 में मध्यप्रदेश में बजरंग दल के एक नेता बलराम सिंह की गिरफ्तारी टेरर फंडिंग के आरोप में हुई थी। आईटी सेल वाले आतंकवादी ही हैं, टेरर फंडिंग भी खुद ही करते हैं, इससे ज्यादा आत्मनिर्भर पार्टी हमने नहीं देखी। वर्ष 2017 में एनआईए की विशेष अदालत ने आतंकियों को आर्थिक मदद देने के आरोप में असम के भाजपा नेता “निरंजन होजाई” को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। इन्हें एक हजार करोड़ के वित्तीय घोटाले एवं टेरर फंडिंग मामले में दोषी पाया गया था।
इनकी फंडिंग से मिले पैसों से आतंकवादी हथियार आदि खरीदते थे जिसका इस्तेमाल देश की सेवा में लगे हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ होता था। BJP सत्ता के लिए अपराध सिद्ध आतंकवादी को भी टिकट देने से नहीं चूकि। इसी भाजपा ने “मोहम्मद फारुख खान” को स्थानीय चुनाव में श्रीनगर के वार्ड नंबर 33 से टिकट दिया था। जो J&K लिबरेशन फ्रंट एवं हरकत उल मुजाहिदीन का सदस्य रह चुका है।