टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (01/07/2022): दिल्ली के उपराज्यपाल के आधिकारों को लेकर आम आदमी पार्टी और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के बीच विवाद चल रहा है। दरअसल दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कल यानी गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उपराज्यपाल पर दिल्ली के काम में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पलटवार करते हुए निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि जब से दिल्ली में नए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना आए हैं, तब से आम आदमी पार्टी के मंत्रियों की बेचैनी बढ़ चुकी है। उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों से आप नेता बिल्कुल बौखला गए हैं। दिल्ली सरकार की बौखलाहट इससे भी समझी जा सकती है कि जब उपराज्यपाल ने कोविड काल में बनाए गए 7 अस्थायी अस्पतालों में भ्रष्टाचार होने के आरोप की जांच एनसीबी से कराने का आदेश दे दिया तो मनीष सिसोदिया उस पर अनाप-शनाप बयान देने लगे हैं। उन्होंने कहा कि जिसके बाद खुद उपराज्यपाल को पत्र लिखकर केजरीवाल से यहां तक कहना पड़ा कि मनीष सिसोदिया के मामले पर तथ्यात्मक और कानूनी तौर पर गलत बयानबाजी की है और वांछित प्रशासनिक कार्रवाई का गैर जरूरी तौर पर राजनीतिकरण किया गया है।
उन्होंने कहा कि एलजी जो दिल्ली के लोकल गार्जियन है और उन्होंने दिल्ली की जनता के हितों में कुछ करने का फैसला लिया है तो केजरीवाल और उनके मंत्रियों को इसमें आपत्ति क्यों हो रही है। केजरीवाल और उनके मंत्री चाहते हैं कि वे कोई भी फैसला करें तो उन्हें ना ही कोई रोके और ना ही कोई टोके। मतलब केजरीवाल एक पूर्ण राज्य की तरह दिल्ली में भी राज करना चाहते हैं। केजरीवाल पहले ही दिल्ली पुलिस को अपने अधिकार में लेने की मांग कर चुके हैं। लेकिन पंजाब में उनकी सरकार आने के बाद जिस तरह की घटनाएं हुई वह उनकी मंशा को साफ दर्शाती है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को शायद यह नहीं पता है कि दिल्ली में उपराज्यपाल का भी अपना कर्तव्य और दायित्व है। अगर केजरीवाल को उपराज्यपाल से इतनी ही समस्या है तो वे दिल्ली की गद्दी छोड़कर पंजाब के मुख्यमंत्री बन जाए।
उन्होंने कहा कि एलजी द्वारा दिए गए आदेशों को राजनीतिक रूप देने का काम केजरीवाल और उनके उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा किया जा रहा है जो सही नहीं है। आज संवैधानिक पद पर बैठे हुए एक व्यक्ति के लिए जिन शब्दों का प्रयोग आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा किया जा रहा है, वह बेहद ही शर्मनाक हैं और भाजपा इसका विरोध करती है। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल द्वारा दिल्ली की जनता के हितों में लगातार काम करना और फैसले लेने से केजरीवाल के मंत्रियों के अंदर डर बैठ चुका है कि कहीं उनकी पोल न खुल जाए क्योंकि अब होर्डिग्स आधारित कार्यों का गुणगान की कहानी खत्म होने का वक्त आ चुका है।