DHFL ने भारत के 17 बैंकों से ₹34,000 करोड़ का किया घोटाला, कांग्रेस ने मोदी सरकार को ठहराया दोषी

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (25/06/22): हिंदुस्तान में अब तक का सबसे बड़ा बैंक घोटाला सामने आया है। अभी तक का सबसे बड़ा बैंक घोटाला हुआ है जिससे कई सवाल मोदी सरकार पर खड़े हो रहे हैं। इस बैंक घोटाले में 17 बैंकों को करीब 34,615 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया है। DHFL ने किया सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला । इसी मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कांग्रेस पार्टी ने आज मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनाते ने कहा की भारत का आज तक का सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, DHFL नाम की एक कंपनी ने भारत के 17 बैंकों से ₹34,000 करोड़ लूटे। इस बैंक घोटाले के तार, इसका संबंध सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से है।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का कहना है कि DHFL ने करीब ₹42,000 करोड़ का ऋण लिया था, जिसे वे वापस नहीं कर पा रहे थे। 2015 से 2019 के बीच एक स्पेशल ऑडिट किया गया और उस ऑडिट में पाया गया कि DHFL द्वारा बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की गई थी।

सुप्रिया श्रीनाते ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की सीबीआई ने प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) में भी DHFL और उनके प्रमोटर्स को आरोपी करार देते हुए केस दर्ज किया था। सिर्फ कागजों पर ‘बांद्रा ब्रांच’ के नाम से एक बैंक खोला गया, जिसमें करीब 2.60 लाख ऋण के खाते खोले गए। इस प्रकार इस कंपनी ने यहां से भी पैसा कमाया।

 

लेकिन बड़ी खबर यह है कि ऐसा कोई घोटाला प्रधानमंत्री आवास योजना के ऑडिट में सामने नहीं आया। इस पूरे मामले में सबसे सनसनीखेज खबर यह है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी, भारत के सबसे बड़े बैंक फ्रॉड को अंजाम देने वाली इस कंपनी से लगातार डोनेशन ले रही है।भाजपा ने DHFL, उसके प्रमोटर्स व उसकी संबंधित कंपनियों से करीब ₹28 करोड़ का डोनेशन लिया है।

आपको बतादें की RKW डेवलपर्स लिमिटेड से ₹10 करोड़, वधावन ग्लोबल कैपिटल लिमिटेड से ₹10 करोड़, वधावन परिवार के नियंत्रण वाले दर्शन डेवलपर्स से ₹7.5 करोड़। सुप्रिया श्रीनाते ने मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह जानबूझकर किया गया है? आपने उन्हें लाइसेंस दिया कि आप धोखाधड़ी करते जाइए और हमें पैसा देते जाइए। यह सोचने वाली बात है कि एक कंपनी जिसने इतना बड़ा बैंक फ्रॉड किया है, वह भाजपा की डोनर कंपनी है।

भाजपा इन बैंक धोखेबाजों से लगातार ₹28 करोड़ जैसी मोटी राशि डोनेशन के रूप में क्यों लेती रही?क्या भाजपा द्वारा ली जा रही यह राशि एक रिश्वत थी, उन्हें खुले तौर पर धोखाधड़ी करने की छूट देने के लिए।