मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के उपराज्यपाल को लिखा पत्र, ‘भाजपा हॉस्पिटल को बनने से रोकने के लिए फर्जी शिकायत कर रही है’

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (21/06/2022): दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मनोज तिवारी की पुरानी शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो को जांच करने के आदेश दिए हैं। इसे लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल को पत्र लिखा है। इस बात की जानकारी मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार अस्पताल बनवा रहे है इसे रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी फर्जी शिकायत कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हम कट्टर ईमानदार और देशभक्त पार्टी है, जांच से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन ये जनता के काम रोकने की घटिया हरकत है।

उन्होंने कहा कि “दिल्ली सरकार जो हॉस्पिटल बनवा रही है उसे रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता फर्जी शिकायत करके साजिश कर रहे हैं कि इसे रुकवाया जाए और कोई हॉस्पिटल नहीं बने। उन्होंने कहा कि दिल्ली के नए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मनोज तिवारी की पुरानी शिकायत को फिर से उठाकर ACB के पास भेज दिया है।”

उन्होंने कहा कि “मैं कहना चाहता हूं कि हमारी पार्टी एक बहुत ही ईमानदार पार्टी है और ये सब लोग जानते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी कट्टर देशभक्त पार्टी है और हम किसी भी तरह की जांच से नहीं डरते हैं। जब से हमारी पार्टी सरकार में है तब से इन्होंने सैकड़ों बार जांच कराई है और वे सैकड़ों बार और जांच करा ले हम किसी भी प्रकार के जांच से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन जब आप काम रुकवाने की नियत से अधिकारियों को जांच की दायरे में फंसाने की कोशिश करते हैं तो हम इसे घटिया हरकत कहते हैं।”

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि “आप खुद तो काम करते नहीं और कहीं आपको कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि इतने सारे राज्यों में आपकी सरकारें है कहीं आपको कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि जब एक सरकार मेहनत और ईमानदारी से काम कर रही है तो उसको काम को रुकवाने के लिए, अधिकारियों और इंजीनियर्स में डर पैदा करने के लिए आप फर्जी शिकायत करते हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद मनोज तिवारी की पुरानी शिकायत को उठा करके एलजी साहब फिर प्रॉपर प्रोसीजर फॉलो किए बिना और नियम कायदे कानून को किनारे करके एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) से उसकी जांच कराने के आर्डर करते हैं।”