टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (19/06/2022): अग्निपथ योजना में भर्ती लेने वाले युवकों को अब शपथ पत्र देना होगा कि वे देशभर में फैले किसी भी प्रदर्शन या तोड़फोड़ में शामिल नहीं थे। साथ ही साथ उन्होंने प्रदर्शन कर रहे युवकों से अपील किया है कि वे प्रदर्शन या तोड़फोड़ में हिस्सा लेकर अपना समय खराब न करें।
दरअसल आज रविवार को अग्निपथ योजना को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ की बैठक। इस दौरान सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि “हमारे साथ जो अग्निवीर में जुड़ना चाहता है वो प्रतिज्ञा लेगा कि उसने किसी प्रदर्शन या तोड़फोड़ में हिस्सा नहीं लिया। फौज में पुलिस वेरिफिकेशन के बिना कोई नहीं आ सकता। इसलिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अनुरोध है कि अपना समय खराब न करें।”
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा। आगे उन्होंने कहा कि ‘अग्निवर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने अग्निपथ योजना को लेकर स्पष्ट कहा कि इस योजना को वापस नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसे वापस क्यों लिया जाए, यह एक प्रगतिशील कदम है।