नई दिल्ली- 17 जून 2022– इंडियन फैशन ज्वैलरी एंड एक्सेसरीज शो – आईएफजेएएस (इफ्जास) 2022 का 16वां संस्करण 20 जून, 2022 को इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में विदेशी खरीदारों, बायिंग और सोर्सिंग पेशेवरों के साथ-साथ घरेलू वॉल्यूम खुदरा खरीदारों के लिए प्रारंभ होगा। यह विशेष शो प्रसिद्ध आईएचजीएफ दिल्ली मेले के आयोजकों हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) -द्वारा आयोजित सेक्टर एक्सक्लूसिव अपनी तरह का खास शो है। आयोजन का यह संस्करण सामान्य रूप से चलने वाली अन्य गतिविधियों के साथ ही फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज, डिजाइन और ट्रेंड फोरकास्ट थीम पैवेलियन, क्षेत्रीय विशेषताओं वाले खास हस्तशिल्प, दैनिक रैंप सीक्वेंस, लाइव क्राफ्ट प्रदर्शनों का विशेष समन्यवय साबित होने वाला है।
पूरे देश के 150 से ज्यादा प्रदर्शक इस तीन दिवसीय व्यापार आयोजन को खरीदारों के लिए फैशन ज्वैलरी के साथ एक अच्छी तरह से फैली हुई उत्पाद श्रृंखला से परिचय कराने का विशेष और अनूठा अवसर बनाते हैं। इन उत्पादों में फैशन ज्वैलरी, सेमी-प्रेशियस ज्वैलरी; बेल्ट और पर्स; हैंडबैग और पर्स; फैशन एसेसरीज; हेड और हेयर एसेसरीज; स्टोल और स्कार्फ; शॉल; कशीदाकारी, बीडेड एंड सीक्विंड; फैंसी जूते; और कलात्मक परिधान शामिल हैं। इसके साथ ही अब तो प्रोटेक्टिव वियर भी महत्वपूर्ण घटक हैं, जो अपने आप में स्टाइल स्टेटमेंट बन चुके हैं। आईएफजेएएस में सोर्सिंग किए जाने वाले हस्तशिल्प उत्पादों में अब ये हस्तशिल्प प्रोटेक्टिव वियर भी शामिल हैं क्योंकि विभिन्न बाजारों से कई आयातक समुदाय अपने आभूषण उत्पादों के लिए विशेष रूप से भारत से इन्हें सोर्स करना पसंद करते हैं।
ईपीसीएच के अध्यक्ष राज कुमार मल्होत्रा ने इस अवसर पर कहा, “देश के कोने-कोने से आए अग्रणी निर्माताओं द्वारा प्रदर्शन के अलावा, विभिन्न राज्यों के कारीगरों की भागीदारी भी विदेशी क्रेता समुदाय के लिए प्रमुख आकर्षणों में से एक होगी।” उन्होंने अपनी बात को विस्तार देते हुए कहा, “आईएफजेएएस (इफ्जास) भारत के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं के साथ ही दुनिया भर के विविध आपूर्तिकर्ताओं से फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज़ की सोर्सिंग के लिए एक प्रीमियम ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित,प्रमुख सोर्सिंग आयोजन बन चुका है।”
ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया, “इस आयोजन के व्यापक प्रचार के लिए, परिषद ने अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं, उनके डिजिटल प्रकाशनों, ऑनलाइन पोर्टलों, वेब बैनरों आदि में डिजिटल विज्ञापनों के माध्यम से दुनिया भर में सघन प्रचार और प्रोत्साहन अभियान चलाया है। इसके साथ ही , भारतीय दूतावासों ने भी अपने-अपने देशों में क्रेताओं और आयातकों को निमंत्रण दिया। इस मेले को डिजिटल प्रकाशनों और सोशल मीडिया में व्यापक रूप से कवर किया गया है। पूर्व-पंजीकृत खरीदारों,अपने अधिकांश संरक्षकों के साथ-साथ ही ईपीसीएच ने आयोजन में शामिल होने वाले पहली बार के क्रेताओं पर विशेष ध्यान दिया है।“
यह चेन/डिपार्टमेंटल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं, आयातकों, वितरकों, खुदरा विक्रेताओं, डिजाइनरों, व्यापारियों, पूर्वानुमानकर्ताओं (फोरकास्टर्स) और बाइंग हाउसेस के लिए भारत से सोर्सिंग का एक अनूठा अवसर है। अपने पिछले संस्करणों में, इफ्जास विभिन्न आयातक देशों से, विशेष रूप से फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज़ में काम करने वाले गुणवत्तापूर्ण, खरीदारों को आकर्षित कर रहा है। मेले के इस संस्करण में अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, अजरबैजान, बेल्जियम, ब्राजील, बुल्गारिया, बुल्गारिया, कनाडा, चिली, कोलंबिया, मिस्र, एस्टोनिया, फ्रांस, जर्मनी, घाना, ग्रीस सहित लगभग 50 देशों के खरीदारों के आने की संभावना है। , हंगरी, आइसलैंड, इज़राइल, इटली, जापान, जॉर्डन, केन्या, कुवैत, किर्गिस्तान, लेबनान, मैक्सिको, नीदरलैंड, फिलिस्तीन, रोमानिया, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, सीरिया, ताजिकिस्तान, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका के क्रेता और सोर्सिंग एजेंट हिस्सा लेंगे।
आईएफजेएएस 2022 के अध्यक्ष संदीप छाबड़ा ने इस अवसर पर बताया कि ईपीसीएच द्वारा आईएफजेएएस 2022 के लिए किए गए व्यापक प्रचार अभियान के कारण, 16वें आईएफजेएएस 2022 के लिए विदेशी खरीदारों की प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है और विदेशों में अच्छी संख्या में फैशन और इमिटेशन आभूषण उत्पादों के क्रेताओं और बाइंग प्रतिनिधियों के आने की उम्मीद है। प्रतिभागियों ने फैशन,इमिटेशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज की एक नई रेंज विकसित की है और आने वाले खरीदारों को इसे प्रदर्शित करने को पूरी तरह से तैयार हैं।
इंडिया इंटरनेशनल गारमेंट फेयर – आईआईजीएफ को इसी आयोजन स्थल पर इफ्जास के साथ ही साथ आयोजित किया जाएगा। यह अपैरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा एक अपैरल एक्सक्लूसिव शो है और यह आईएफजेएएस में डिस्प्ले उत्पादों के प्रोफाइल को और सशक्त करता है। इससे आने वाले खरीदारों को क्रॉसओवर सोर्सिंग का अवसर मिलता है। चूंकि गारमेंट्स और फैशन एक्सेसरीज – और कई मौकों पर फैशन ज्वैलरी भी साथ में प्रदर्शित की जाती हैं- इससे उपभोक्ताओं को अपना ‘लुक’ देखने की सुविधा मिलती है , यह आयोजन दोनों शो के खरीदारों और प्रदर्शकों के लिए लाभकारी साबित होगा । इस आयोजन से वे बाजारों के संबंध, उनके विकास और विस्तार के नए संबंधों का पता लगा सकेंगे।
ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 33253.00 करोड़ रुपये ( 4459.76 मिलियन डॉलर) रहा, जिसमें बीते वर्ष की इसी अवधि की तुलना में रुपये के संदर्भ में 29.49% की वृद्धि दर्ज की गई है वहीं डालर के संदर्भ में 29.90% का बदलाव देखा गया।
इस अवसर पर ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने सूचित किया कि चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले दो महीनों अप्रैल-मई 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प का निर्यात 4712.55 करोड़ रुपए और 620.92 मिलियन अमेरिकी डालर का हुआ है जिसमें रुपये के संदर्भ में 3.12% और डॉलर के संदर्भ 0.41 % की वृद्धि दर्ज की गयी है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान भारतीय फैशन ज्वैलरी और एसेसरीज का निर्यात 1908.517 करोड़ रुपए और 255.97 मिलियन अमेरिकी डॉलर का हुआ है जिसमें पिछले वर्ष के संदर्भ में 24.20% की वृद्धि दर्ज की गयी है।