केदार से लौटकर अब अमरनाथ यात्रा के मिशन में जुटी सिक्स सिग्मा मेडिकल टीम

सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम केदारनाथ यात्रा में मेडिकल सर्विस देने के उपरांत नये मिशन में जुट गई है। जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से संस्था को यात्रा के दौरान चिकित्सा सेवा देने के लिए आमंत्रित किया है। 30 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा में भी मेडिकल टीम अपनी सेवायें देगी।

डाॅ. प्रदीप भारद्वाज ( प्रबंध निदेशक, सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस) ने बताया कि केदारनाथ यात्रा में संस्था की ओर से 130 डाॅक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को यात्रियों को स्वास्थ्य सेवा देने के लिए लगाया गया था। मेडिकल सर्विस के चिकित्सकों ने बाबा के धाम पर बनाये गये सिक्स सिग्मा हाॅस्पिटल में 16,108 यात्रियों व दर्शन के लिए लाइन में लगे लोगों को उचित परामर्श के साथ-साथ गंभीर रूप से पीड़ितों को भी मेडिकल सहायता दी। सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम ने मद्महेश्वर धाम और तुगनाथ धाम पर भी हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस दी, जहां पर मेडिकल टीम ने मद्महेश्वर धाम में 567 श्रद्धालुओं को और तुगनाथ धाम पर 556 भक्तों को स्वास्थ्य सेवायेें उपलब्ध कराई।
हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस के एम.डी ने बताया कि 2013 में केदारनाथ धाम पर आई त्रासदी के समय से मेडिकल टीम लगातार चिकित्सा सेवा प्रदान कराती रही है।

मद्महेश्वर धाम के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग ने यिक्स सिग्मा को शुभकामनायें देते कहा, मद्महेश्वर पवित्र धाम में चिकित्सा सेवा उपलब्ध करने के लिये सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम और डाॅ. प्रदीप भारद्वाज बधाई के पात्र है। उनकी मेडिकल ने बाबा के धाम पर आने वाले सभी श्रद्धालुगणों की भरपूर सेवा की। भगवान शिव टीम के सभी सदस्यों को दीर्घायु प्रदान करें।

केदारनाथ धाम पर मेडिकल सर्विस शिविर के समापन अवसर पर वरिष्ठ फार्मसिस्ट एस. बी. गौड़ ने कहा, सम्पूर्ण सिक्स सिग्मा टीम का केदारनाथ जैसे उच्च उन्नतास दुर्गम क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में पूर्ण मनोयोग से सहयोग हेतु सादर आभार एवं अभिनन्दन, बाबा केदारनाथ आप की हर मनोकामना पूर्ण करें, आपके आगामी मिशन कार्यक्रम हेतु हार्दिक शुभकामनायें दी।
पंडित सुन्दर लाल उनियाल ने डाॅ. प्रदीप भारद्वाज के सेवा भाव को रेखांकित करते हुए कहा, सर्व प्रथम आपके माता-पिता द्वारा रोपित भारतीय सनानत संस्कृति एवं सभ्यता के रूप में संस्कार ही है जो आप यह सब सकारात्मक कार्य निःस्वार्थ भाव से स्वयं कर्ता न बन केवल निमित्त बनकर ही कर रहे हैं। आपके द्वारा इस प्रकार की निःस्वार्थ सेवा हेतु स्वयं कर्ता के स्थान पर निमित्त बनते ही आपके भीतर के अहंकार का भाव स्वयं लुप्त हो गया है, जिसके फलस्वरूप देवो के देव महादेव द्वारा स्वयं अपने धामों में शिवभक्तों की सेवा करने के लिये केवल आपका ही चयन किया है। महादेव आपका सदा मंगल कर आपके सभी मन मनोरथ पूर्ण करें।