टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (16/06/2022): देश में ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर माहौल गरमाता नजर आ रहा है। इस योजना को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में युवा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इस योजना को वापस लिया जाए। तो वहीं विपक्षी पार्टियां इस योजना को लेकर राजनीति शुरू कर दी हैं। इस योजना को लेकर आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि युवाओं के साथ विश्वासघात है। ये योजना प्राइवेट कम्पनियों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए लाया गया है। तो वहीं कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि आप हर विषय पर राजनीति करें लेकिन फौज पर राजनीति ना करें।
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि “अग्निपथ योजना युवाओं के साथ विश्वासघात है। ये योजना प्राइवेट कम्पनियों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए लाई गई है 4 साल बाद युवा या तो प्राइवेट कम्पनियों में सिक्योरिटी गार्ड बनेगा या फिर आत्महत्या करने को मजबूर होगा। मोदी जी ने सेना को ‘सिक्योरिटी गार्ड ट्रेनिंग सेंटर’ बना दिया।”
कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि “मेरी सरकार से मांग है कि अग्निपथ योजना को तुरंत वापस ले क्योंकि ये ना देश की सुरक्षा के हित में है, ना राष्ट्र हित में और ना युवाओं के भविष्य हित में है। मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि आप हर विषय पर राजनीति करें लेकिन फौज पर राजनीति ना करें।”
बता दें कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा मंगलवार को ‘अग्निपथ योजना’ की घोषणा किया गया था। इस योजना के तहत युवाओं को 4 साल के लिए भारतीय सेनाओं में भर्ती लेने का मौका मिलेगा और साथ ही उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। 4 साल की अवधि पूरा होने के बाद 25% उम्मीदवार को सशस्त्र बल में शामिल किया जाएगा और उनको नए सिरे से आवेदन करना होगा।