‘सत्येन्द्र जैन की याददाश्त जाने के बाद भी मंत्रिमंडल में बने रहना ना नैतिक है और ना ही संवैधानिक’: आदेश गुप्ता

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (16/06/2022): भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन की याददाश्त चले जाने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला किया है। दरअसल कल यानी बुधवार को उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन की याददाश्त चले जाने की बात कहना साजिश भी हो सकती है। अगर वास्तव में उनकी याददाश्त चली गई है तो उन्हें मंत्रीमंडल में बने रहने का ना नैतिक अधिकार हैं और ना ही संवैधानिक अधिकार है। एक तरफ तो केजरीवाल खुद ही जज बनकर पंजाब में अपने मंत्री को पार्टी से बाहर कर देते हैं, लेकिन दूसरी तरफ सत्येन्द्र जैन के खिलाफ हवाला मामले में पुख्ता सबूत मिलने के बाद भी उन्हें पार्टी से बर्खास्त नहीं कर रहे हैं जो कि उनकी दोगली नीति को दर्शाता है। उन्होंने मांग किया है कि सत्येन्द्र जैन को तुरंत बर्खास्त किया जाए।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल खुद कह रहे हैं कि कोरोना के बाद ही सत्येन्द्र जैन की याददाश्त चली गई। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि एक ऐसा व्यक्ति जिसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, उसे पद पर रखना संविधान का उल्लंघन और मजाक बनाना है। इस स्थिति में पद पर रहते कई कागजों पर सत्येन्द्र जैन ने कई फैसले लिए होंगे तो ऐसे में क्या यह माना जाए कि केजरीवाल खुद पीछे रह कर सत्येन्द्र जैन को निर्देश दे रहे थे। इससे साफ है कि सत्येन्द्र जैन द्वारा किए गए भ्रष्टाचार में केजरीवाल की संलिप्तता भी है। आज केजरीवाल अपनी हठधर्मिता की वजह से सत्येन्द्र जैन को बर्खास्त नहीं कर रहे हैं क्योंकि ये दोनों एक सिक्के के दो पहलू है।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल हमेशा नैतिकता की बात करते रहते हैं। उनका दावा हैं कि अगर किसी भी मंत्री का भ्रष्टाचार करते हुए वीडियो या ऑडियो मिले तो वह उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे, लेकिन सत्येन्द्र जैन के मामले में वह अपने कथन से उलट जाते हैं। सत्येन्द्र जैन अपनी याददाश्त जाने की बात कर रहे हैं। भले ही इसके पीछे उनकी कोई सोची समझी साजिश है, लेकिन बावजूद उसके केजरीवाल को ऐसी कौन सी मजबूरी है जो उन्हें मंत्रीमंडल में रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सत्येन्द्र जैन 16.39 करोड़ रुपये की गड़बड़ी के दोषी पाए गए हैं और उन्होंने उसे कबूल भी कर लिया है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि राजेन्द्र नगर विधानसभा उपचुनाव में केजरीवाल और उनकी पार्टी की छवि खराब ना हो, शायद इसके लिए केजरीवाल उन्हें बर्खास्त नहीं कर रहे हैं।