DSE विश्विद्यालय और तिहाड़ जेल के बीच हुआ समझौता, कैदियों को पुनर्वास के लिए दिया जाएगा प्रशिक्षण

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (27/05/2022): दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (DSEU) और तिहाड़ जेल के बीच बृहस्पतिवार को एक समझौता किया गया है। इस समझौते के अनुसार तिहाड़ जेल में बंद कैदियों के कौशल को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि जब वह जेल से रिहा हो तो नौकरी हासिल करने में मदद मिल सके। साथ ही यह कैदियों में आत्मसम्मान बढ़ाने में भी मदद करेगा। इस बात की जानकारी आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर दिया है।

दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (DSEU) तिहाड़ जेल में विभिन्न कौशल आधारित कोर्स शुरू करेगा और सफलतापूर्वक कोर्स को पूरा करने के बाद कैदियों को प्रमाण पत्र दिया जाएगा जो जेल से रिहा होने पर नौकरी पाने में मदद करेगा। वहीं एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने बताया, “यह कौशल प्रशिक्षण कैदियों को रिहा होने के बाद समाज में सम्मानपूर्वक खुद को समायोजित करने का मौका देगा।”

आम आदमी पार्टी ने ट्वीट में लिखा है, “DSEU और तिहाड़ जेल के बीच हुआ समझौता, कैदियों को पुनर्वास के लिए दिया जाएगा प्रशिक्षण। इस समझौते के तहत तिहाड़ के कैदी 21वीं सदी के कौशल सीख सकेंगे, जो जेल से रिहा होने पर नौकरी हासिल करने के लिए मान्य होंगे। यह कैदियों में आत्मसम्मान बढ़ाने में सहायता करेगा।”

बता दें कि विश्वविद्यालय विशेषज्ञों के साथ संयुक्त कार्यशाला, सेमिनार और सम्मेलन भी आयोजित करेगी। वहीं जुलाई 2022 में तिहाड़ जेल में कार्यक्रम होने की संभावना है।