टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (25/05/2022): दिल्ली के पर्यावरण को सिंगल यूज प्लास्टिक के खतरे से बचाने के लिए 1 जून से दिल्ली सचिवालय में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाया जा रहा है। आज बुधवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने अलग-अलग विभागों के साथ इसके समाधान के लिए आज बैठक किया था। उन्होंने कहा कि जो लोग इस फील्ड में काम कर रहे हैं उसको कैसे प्रमोट किया जाए और विकसित किया जाए इसके लिए हमने आज कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया हैं। पहला दिल्ली सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक के वैकल्पिक उत्पाद को प्रमोट करने के लिए वीकली मेला लगाएगी और दूसरा इस फील्ड में काम करने वालों को स्टार्टअप पॉलिसी (Start-up Policy) के तहत प्रेजेंटेशन दिया जाएगा ताकि वो पॉलिसी का लाभ उठा सके।
उन्होंने कहा कि 1 जून से दिल्ली सचिवालय में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने की शुरुआत की है। लेकिन सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने से दो तरह चुनौतियां सामने आने वाला है। उन्होंने कहा कि पहला सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादन, आपूर्ति और बिक्री में जितने लोग लगे हुए हैं उनके सामने और उस इंडस्ट्री के सामने एक नया चुनौतियां खड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरा जितने बड़े पैमाने पर हम सब लोग अपने रोजमर्रा की जिंदगी में सिंगल यूज प्लास्टिक की उपयोग कर रहे हैं और उसका वैकल्पिक कैसे मिलेगा। उन्होंने कहा कि इन्हीं दो बिंदुओं को लेकर अलग-अलग विभागों के साथ इसके समाधान के लिए आज बैठक किया गया है।
उन्होंने कहा कि जो लोग इस फील्ड में काम कर रहे हैं उसको कैसे प्रमोट किया जाए और विकसित किया जाए इसके लिए हमने आज कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि पहला निर्णय ये है कि जून के महीने में एक स्टेट लेवल का वीकली मेला आयोजित किया जाएगा। जिसमें सिंगल यूज प्लास्टिक के वैकल्पिक जो उत्पाद है उसे लगाया जाएगा और उस मेले का आयोजन सरकार अलग-अलग विभागों के साथ मिलकर करेंगी। उन्होंने कहा कि वहां पर इस तरह के उत्पाद रखें जाएंगे और प्रचारित किया जाएगा जिससे कि लोग उस तरफ आकर्षित हो सकें। उन्होंने कहा कि दूसरा जो लोग इस फील्ड में काम कर रहे हैं चाहे वह नए हैं या पुराने और जो सिंगल यूज प्लास्टिक पर काम कर रहे थे। अभी सरकार ने स्टार्टअप पॉलिसी बनाई है। इसके तहत क्या-क्या सुविधाएं उनको मिल सकता है इस फील्ड में लगे हुए लोगों को स्पेशल प्रेजेंटेशन दिया जाएगा जिससे कि वह इसका लाभ उठा सकें और नए फील्ड में नए उत्पाद की तरफ बढ़ सकें।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर एमसीडी को जिम्मेदारी दी गई है कि पूरे दिल्ली के अंदर अलग-अलग बाजार में जो दुकानें सिंगल यूज प्लास्टिक की बिक्री करती है उसका एक लिस्ट तैयार करें जिससे कि भविष्य में इस तरह के जो उत्पाद है और जो वैकल्पिक उत्पाद है उसको उनके साथ जोड़ा जा सकें। उन्होंने कहा कि सामूहिक रूप से हम मिल करके सिंगल यूज प्लास्टिक है और उससे जो पर्यावरण में खतरा है उससे दिल्ली को बचा सकें। साथ ही साथ नया बाजार और नया विकल्प के रूप में लोगों को परेशानी ना हो उसका भी समाधान निकाल सकें।