टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (22/05/22): अखिल भारतीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जंतर मंतर पर प्रचंड प्रदर्शन किया। इस धरने में अलग अलग राज्यों से आए भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया। पंजाब, जम्मू कश्मीर, तेलंगाना, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों से आए लोगों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगाई।
उत्तर प्रदेश के पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष क्रांति सिंह के नेतृत्व में विशाल धरने का आयोजन किया गया। आपको बता दें कि 1 जनवरी 2004 से केंद्र सरकार की नौकरियों में तथा समय-समय पर राज्यों की सरकारों ने पुरानी पेंशन व्यवस्था को समाप्त कर दिया है। जिसके विरोध में देश के 77 लाख सरकारी कर्मचारी लगातार प्रांतीय व राष्ट्रीय सरकार का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
आपको बता दें कि इसमें उत्तर प्रदेश के करीब 14 लाख सरकारी कर्मचारी शामिल है। हाल ही में राजस्थान तथा छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पुरानी पेंशन बहाल कर दी गई। पश्चिम बंगाल में पूर्व की भांति पेंशन मिल रही है। अखिल भारतीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि सदस्य विगत कई वर्षों से पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
धरना में शामिल लोगों ने बताया कि पूरे देश से बड़ी संख्या में शिक्षक कर्मचारी धरने में शामिल हुए हैं। कर्मचारी लगातार पीएफआरडीए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में राजस्थान सरकार को पीएफआरडीए ने उन 39 हजार करोड़ देने से मना कर दिया।
नई पेंशन स्कीम पूर्णता शेयर बाजार आधारित है जिसे कर्मचारी किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करना चाहते हैं। सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर कर्मचारियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करनी होगी। अगर सरकार पुरानी पेंशन बहाली नहीं करती है तो आने वाले समय में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। सरकार अगर मांग को नहीं मानती है तो 2023 में सभी कर्मचारी रामलीला मैदान में जुटकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।