Delhi: शाहजहां रोड का नाम बदलने को लेकर महाराणा प्रताप सेना उत्तरी सड़क पर

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (19/05/22): उत्तर प्रदेश के बाद राजधानी दिल्ली में भी कभी गांव के नाम तो कभी लड़कों के नाम बदलने को लेकर लगातार राजनीति हो रही है। इसी कड़ी में दिल्ली प्रदेश महाराणा प्रताप सेना के संस्थापक राजवर्धन सिंह परमार अपने कार्यकर्ताओं के साथ शाहजहां रोड पर लगे बोर्ड को मिटाने के लिए पहुंचे। महाराणा प्रताप सेना का कहना है कि मुगल शासकों के नाम पर वर्तमान में कोई भी सड़कों के नाम नहीं होनी चाहिए।

महाराणा प्रताप सेना के कार्यकर्ता जब शाहजहां रोड का नाम बदलने पहुंचे तब प्रशासन ने उन्हें डिटेन कर लिया लेकिन उसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। राजवर्धन सिंह परमार ने बताया कि लगातार हम नाम बदलने की मांग कर रहे हैं इसके लिए दिल्ली सरकार और एनडीएमसी को पत्र लिखे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से इस पर संज्ञान नहीं लिया गया। इसी कड़ी में हमें खुद उसका नाम बदलना चाहिए।

आपको तो बता दें कि इससे पहले दिल्ली बीजेपी प्रदेश इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता भी मुगल शासकों के नाम पर जितने भी सड़क दिल्ली में है उसके नाम को बदलने को लेकर एनडीएमसी एवं दिल्ली सरकार को पत्र लिख चुके हैं। क़ुतुब मीनार का भी नाम बदलने को लेकर बीते दिन हिंदू संगठनों ने कुतुब मीनार के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया था और कहा था कि कुतुब मीनार का नाम विष्णु स्तंभ होना चाहिए।

महाराणा प्रताप सेना के अध्यक्ष राजवर्धन सिंह पंवार ने बताया कि अगर एनडीएमसी और दिल्ली सरकार शाहजहां रोड का नाम महाराणा प्रताप के नाम पर नहीं रखती है तो आने वाले दिनों में दिल्ली की सड़कों पर एक प्रचंड प्रदर्शन महाराणा प्रताप सेना के सैनिक करेंगे।