टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (17/05/2022): वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान मस्जिद के परिसर में शिवलिंग मिला है और जबसे ये खबर सामने आया है तब से माहौल गरमा गया है। इस मामले को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के नेता आलोक कुमार ने कहा कि वाराणसी में ज्ञानवापी मन्दिर से ज्योतिर्लिंग का मिलना आनंद का विषय है। दरअसल उन्होंने ट्विटर पर अपना एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि जिस जगह से शिवलिंग मिला है वह मंदिर है। उन्होंने कहा कि वह अब भी मंदिर है और 1947 में भी मंदिर था। उन्होंने कहा कि यह तथ्य स्वयं सिद्ध हो चुका है और मैं आशा करता हूं कि इस साक्ष्य को समस्त देशवासी स्वीकार करेंगे।वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि शिव भक्त के नाते मैं बहुत खुश हूं।
विश्व हिन्दू परिषद के नेता आलोक कुमार ने कहा कि ज्ञानवापी मंदिर में सर्वे के दौरान एक कमरे में शिवलिंग प्राप्त हो गया है और यह बहुत आनंद का समाचार है। उन्होंने कहा कि शिवलिंग दोनों पक्षों और उनके वकीलों की उपस्थिति में मिला है। इसलिए शिवलिंग वाला स्थान मंदिर है। यह स्वयं सिद्ध हो चुका है कि वहां मंदिर अब भी है और 1947 में भी था। उन्होंने कहा मैं आशा करता हूं कि ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान मिले इस साक्ष्य को समस्त देशवासी स्वीकार करेंगे और इसका आदर करेंगे। उन्होंने कहा कि इसकी जो स्वाभाविक परिणतियां हैं, देश उस तरफ़ आगे बढ़ेगा।
उन्होंने आगे कहा कि न्यायालय ने ज्ञानवापी के शिवलिंग वाले हिस्से को संरक्षित किया है, सील किया है। पुलिस अधिकारियों का दायित्व है कि वहां कोई छेड़छाड़ नहीं हो। उन्होंने कहा कि हम आशा करेंगे कि ये विषय अपने परिणाम तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि मामला क्योंकि अभी न्यायालय में है, इसलिए अधिक टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि न्यायालय का निर्णय आने के बाद हम इसके बारे में आगे विचार करेंगे और तभी तय किया जाएगा कि अगला कदम क्या उठाया जाएगा।
बता दें कि इस मामले को लेकर उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि “ज्ञानवापी परिसर की सर्वे में शिवलिंग प्राप्त होने के समाचार से शिव भक्त के नाते मैं बहुत खुश हूं। सदियों से जो नंदी बाबा की प्रतीक्षा थी कि कब भोलेनाथ मिलें और कब मैं उनके दर्शन करूं, वो सर्वे में शिवलिंग मिलने से सब स्पष्टता हो गया है।”