‘आप’ पार्टी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है, जिसके सीईओ अरविंद केजरीवाल खुद है: आदेश गुप्ता

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (13/05/2022): भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल द्वारा गुजरात में दिए गए भाषण को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि गुजरात में जाकर केजरीवाल ने जिस तरह से झूठी चुनावी बयानबाजी कर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे, लेकिन उससे पहले उन्हें दिल्ली की स्थिति के बारे में भी जनता को बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पानी परिवहन व्यवस्था दिल्ली में पूरी तरह से चरमरा गई है। पानी के लिए खून बहाए जा रहे हैं, बीच सड़क पर चलती बसों में आग लग रही है, स्वास्थ्य सुविधा ना मिलने से बीमार व्यक्ति तड़प रहे हैं, वर्ल्ड क्लास कहे जाने वाले शिक्षा व्यवस्था में बच्चे जबरन फेल किए जा रहे हैं और रोजगार के नाम पर मासूम बच्चों को होर्डिंग पकड़ाकर बीच चौराहे पर खड़े करकर उनकी जिंदगी को बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन व्यवस्थाओं की सच्चाई के बारे में केजरीवाल अगर गुजरात की जनता को बताते तो ज्यादा अच्छा होता। उन्होंने केजरीवाल पर प्रहार करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने आप पार्टी को अपनी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बना दिया है। जिसके सीईओ वे खुद हैं।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल कह रहे हैं कि गुजरात का कोई भी मुख्यमंत्री बने सरकार सी आर पाटील चलाते हैं जबकि हकीकत तो यह है कि अरविंद केजरीवाल ने आप पार्टी को अपनी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बना दिया है। जिसके सीईओ वे खुद हैं और उस कंपनी में आवाज उठाने वाले लोगों को उस कंपनी से बाहर कर दिया जाता है। यही कारण है कि आज संस्थापक सदस्यों में से उस कंपनी में उनके सिवा कोई नहीं बचा। उन्होंने कहा कि पंजाब में एक ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना दिया है जो केजरीवाल के हाथों की कटपुतली है और उनके इशारों पर नाचता है।केजरीवाल ने पंजाब की पुलिस को अपनी प्राइवेट सुरक्षा कपनी बना दिया है। आज केजरीवाल और उनकी पार्टी की जैसे-जैसे गतिविधियां बढ़ रही है, वैसे-वैसे देश में खालिस्तानी सक्रिय होते जा रहे हैं।

साथ ही उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को लेकर केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि गुजरात में केजरीवाल को यह भी बताना चाहिए कि उनके सात सालों के कार्यकाल में ही 16 विद्यालय बंद हो गए। शिक्षा की स्थिति दिल्ली में क्या है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दिल्ली सरकार की 1030 विद्यालयों में से 755 में प्रधानाचार्य और 416 में उप प्रधानाचार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि 16834 शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं और 75 प्रतिशत विद्यालयों में विज्ञान की पढ़ाई तक नहीं होती। 10 वीं के परिणाम अच्छे आए इसके लिए छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जाता रहा है। 9 वीं में पढ़ने वाले लगभग 1.5 लाख बच्चों को साल 2015 से अब तक फेल किया जा चुका है। इतना ही नहीं दिल्ली सरकार के शिक्षा डायरेक्टर कहते हैं जवाब नहीं आता कोई बात नहीं, पर्चा खाली मत छोड़ना सवाल ही लिख आना हम देख लेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में आज स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गई है। मोहल्ला क्लीनिक की स्थिति यह है कि कहीं छुट्टा जानवर घूमते मिलते हैं तो कही जंग लटके हुए ताले लेकिन सभी मोहल्ला क्लीनिकों पर हंसते- मुस्कुराते केजरीवाल के पोस्टर जरुर दिख जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के 2 करोड़ की आबादी के लिए सिर्फ 237 एंबुलेंस ही हैं। जबकि बड़े ही जोर शोर से दिल्ली सरकार द्वारा 16 बाईक एंबुलेंस की शुरूआत की गई थी जो कि 30 मार्च, 2020 से बंद पड़ी हुई है। बाईक एम्बुलेंस के नाम पर 2244 लाख रुपये विज्ञापन पर खर्च कर दिए गए। उन्होंने कहा कि गुजरात में जाकर केजरीवाल रोजगार देने की बात करते हैं लेकिन दिल्लीवालों को भी बताना चाहिए कि उन्होंने कितना रोजगार दिया है। वायदे चाहे जो भी किए हो लेकिन सरकार का खुद जवाब है कि पिछले सात सालों में केजरीवाल सरकार सिर्फ 440 लोगों को रोजगार उपलब्ध करा पाई है।