टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (06/05/2022): देश में कोरोना के समय हुई मौतों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से सियासत गरमा गई है। वहीं राहुल गांधी ने कोरोना के समय हुई मौतों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि विज्ञान झूठ नहीं बोलता, मोदी बोलते हैं। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है। दरअसल आज भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा विश्व मानता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने जिस प्रकार कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी वो पूरे विश्व के लिए मिसाल थी। उन्होंने कहा कि पर ऐसे में मृत्यु के आंकड़ों पर राजनीति करना इससे दुखद और कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि जबकि विकसित देशों से भी बेहतर तरीके से भारत ने ये युद्ध लड़ा है।
संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी भारत के पहले व्यक्ति हैं जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के दावे के बाद राजनीति कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि विज्ञान झूठ नहीं बोलता, मोदी बोलते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लगातार भारत को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। समय-समय पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर आक्रमण करते हुए भारत को नीचा दिखाया है, ये दुखद है। भाजपा शासित राज्यों और गैर-भाजपा शासित राज्यों में मृत्यु का विश्लेषण नहीं करना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि मैं राहुल गांधी कहना चाहूंगा हूं कि भगवान के लिए भारत को नीचा मत दिखाइए।
संबित पात्रा ने कहा कि 4 ऐसे महत्वपूर्ण कदम हैं जिसके आधार पर हमें लगता है कि WHO का डेटा गलत है।
1) पूरी प्रक्रिया में WHO ने जिस प्रकार के तरीकों को अपनाया है, वो गलत है।
2) डेटा के स्रोत में एक्यूरेसी होनी चाहिए, जबकि WHO ने माना है कि स्रोत वैरिफाइड नहीं हैं।
3) किन मानदंड के आधार पर भारत को टियर-2 देश में रखा गया है, ये भी सटीक रूप से पता नहीं चलता।
4) काल्पनिक तरीके से डेटा का मंथन करना, भारत को टियर-2 देशों में रखना, इन सब विषयों पर भारत ने समय-समय पर WHO से वार्तालाप किया है।
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दावा किया था कि 2020-21 में दुनिया में कोरोना से वास्तविक में लगभग 1.5 करोड़ से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है। विभिन्न देशों द्वारा मुहैया कराए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 60 लाख मौत के ढाई गुना से अधिक है। वहीं रिपोर्ट के अनुसार भारत में 47 लाख मौतें होने का दावा किया गया है लेकिन भारत के अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार कोरोना से 5.29 लाख मौतें हुई है।