टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (06/05/2022): राजधानी दिल्ली में निजी स्कूल किताबें और यूनिफॉर्म के नाम पर अब मनमानी नहीं कर सकते हैं। दरअसल दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्विटर पर शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए आदेश पत्र शेयर किए है। आदेश में कहा गया है कि निजी स्कूल अभिभावकों को किसी खास जगह से किताबें, लेखन सामग्री और वर्दी खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं और आदेश की अवहेलना करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मनीष सिसोदिया ने ट्वीट में लिखा है, “दिल्ली के प्राइवेट स्कूल अब पेरेंट्स को अपनी ही दुकान से किताबे व यूनिफॉर्म खरीदने के लिए बाध्य नही कर सकेंगे। हर स्कूल को आसपास की कम से कम 5 दुकानों की सूची जारी करनी होगी जहा से किताबे व ड्रेस खरीदी जा सकेंगी। इस आदेश की अवहेलना करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं आदेश में कहा गया है, “अभिभावकों को अपनी पसंद के किसी भी स्थान से किताबें, लेखन सामग्री और वर्दी खरीदने की स्वतंत्रता है उन्हें इसके लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं। आदेश की अवहेलना करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नए सत्र से पहले निजी स्कूलों को अपनी वेबसाइट पर कम से कम पांच दुकानों की सूची जारी करनी होगी। जहां पर अभिभावक किताबें, लेखन सामग्री और वर्दी खरीद सकेंगे। इसके अलावा स्कूलों को यह भी आदेश दिया गया है कि आने वाले तीन सालों तक स्कूल की यूनिफ़ॉर्म में बदलाव नहीं किया जाएगा।”