टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (04/05/22): डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में बुधवार को विद्यापरिषद की 66 वीं बैठक कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने छात्र हित से संबंधित कई महत्वपूर्ण फैसले लिये। इसमें विलम्ब शुल्क को आधा करने का निर्णय हुआ तो परीक्षाओं के लिए प्रश्न बैंक बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी गयी। साथ ही विश्वविद्यालय में दो विभाग स्थापित करने के प्रस्ताव पर मंजूरी दी गयी। वहीं, वास्तुकला एवं योजना संकाय में एक और कोर्स को संचालित करने सहित कई अन्य निर्णय भी लिये गये।
विद्यार्थियों को मिली राहत
कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने बैठक में छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिये हैं। इसी क्रम छात्रों से लिया जाने वाला विलम्ब शुल्क कम कर दिया गया है। विश्वविद्यालय उन छात्रों से जो समय रहते परीक्षा फॉर्म नहीं भरते, उत्तर पुस्तिकाओं में गलत रोल नंबर लिख देते हैं या बारकोड को खराब कर देते हैं उनसे निर्धारित विलंब शुल्क लेता है। बैठक में निर्धारित विलम्ब शुल्क को आधा करने का निर्णय लिया गया है। शुल्क कम हो जाने से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को काफी राहत मिलेगी। कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने बताया कि छात्रों से आर्थिक बोझ कम करने के लिए यह फैसला लिया गया है।
तैयार किया जाएगा प्रश्न बैंक
एकेटीयू जल्द ही परीक्षाओं के लिए प्रश्न बैंक तैयार करेगा। इस बाबत कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने बैठक में निर्णय लिया। इसके तहत उच्च शिक्षण संस्थाओं के विषय विशेषज्ञों को नामित करते हुए पाठ््यक्रमवार व ब्रांचवार समिति गठित कर प्रश्न बैंक बनाया जाएगा। प्रश्न पत्रों में चार सेक्शन होंगे। जिसमें पहला वस्तुनिष्ठ प्रश्न, दूसरा, लघु उत्तरीय प्रश्न, तीसरा दीर्घ उत्तरीय प्रश्न और चौथा दीर्घ उत्तरीय कठिन स्तर के प्रश्न होंगे। प्रश्न बैंक में प्रश्नों को 5 से 10 सालों के लिए तैयार कराया जाएगा। वहीं प्रत्येक तीन वर्ष बाद प्रश्न बैंक में नये प्रश्नों को तैयार कराया जाएगा।
परिसर में बीफार्मा और एमबीए की होगी पढ़ाई
बैठक में एकेटीयू परिसर में दो विभाग स्थापित करने पर भी निर्णय लिया गया। इसके तहत फॉर्मेसी विभाग खोला जाएगा जिसमें बीफार्मा की पढ़ाई होगी। इसी तरह परिसर में ही प्रबंधन संकाय के तहत एमबीए शुरू करने का निर्णय लिया गया। कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि परिसर में इन कोर्सेस के चलने से छात्रों को काफी फायदा होगा। वहीं, वास्तुकला एवं योजना संकाय में एक नया कोर्स पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन जी0ओ0 इन्फॉरमेटिक्स शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी। इस कोर्स के तहत उत्तीर्ण छात्रों को प्रोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा दिया जाएगा। इसके अलावा बैठक में पीएचडी जमा करने की समय सीमा बढ़ाने पर भी निर्णय लिया गया। बैठक में कुलसचिव श्री नंदलाल सिंह, प्रति कुलपति प्रो0 मनीष गौड़, वित्त अधिकारी श्री जीपी सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो0 अनुराग त्रिपाठी, उपकुलसचिव डॉ0 आरके सिंह, आईआईटी रूड़की के प्रो0 बीआर गुर्जर, बीआईईटी झांसी के प्रो0 पुलक मोहन त्रिपाठी, आरआईसी आजमगढ़ के निदेशक प्रो0 विपिन त्रिपाठी, आरआईसी सोनभद्र के निदेशक प्रो0 जीएस तोमर, इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज गाजियाबाद के निदेशक प्रो0 अजय कुमार, नारायणा कॉलेज कानपुर के प्रो0 शैलेंद्र चतुर्वेदी मौजूद रहे।