देश भर के 40 से अधिक केंद्रीय विश्वविद्याल यों से छात्र नेता इस यूजीसी नोटिफिकेशन के विर ोध करते हुए भूख हड़ताल के समर्थन में जेएनयू पह ुँचें

देश भर के 40 से अधिक केंद्रीय विश्वविद्यालयों से छात्र नेता इस यूजीसी नोटिफिकेशन के विरोध करते हुए भूख हड़ताल के समर्थन में जेएनयू पहुँचें और शाम में पैन इंडिया स्टूडेंट्स मार्च को सम्पन्न किया और उन्होंने मांग किया की अगर यूजीसी और जेएनयू प्रशासन यूजीसी नोटिफिकेशन को खत्म नहीं करेगी तो हम सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र दिल्ली आके यूजीसी और मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय को घेरेंगे।

आज जेएनयू में एबीवीपी का अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का छटवा दिन जारी रहा।
गौरतलब है की इस भूख हड़ताल में जेएनयू एबीवीपी के अध्यक्ष ललित पाण्डेय व जेएनयूएसयू के पूर्व संयुक्त सचिव सौरभ शर्मा मंगलवार से बैठे हुए है।

एबीवीपी के यूजीसी के नोटिफिकेशन के विरोध में और भूख हड़ताल के समर्थन में एबीवीपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री श्रीनिवास जी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री नवीन शर्मा जी, प्रदेश संगठन मंत्री अजय ठाकुर जी एवं प्रदेश मंत्री भरत खटाना जी ने जेएनयू में आ कर छात्रों का उत्साह वर्धन किया और कहा की एबीवीपी छात्र हितों के लिए लड़ती आई है और आगे भी लड़ती रहेगी। इस संघर्ष में भूख हड़ताल से हम अपने आप को कष्ट दे के छात्र समुदाय के न्याय के लिए प्रतिबद्ध है।

इसी प्रदर्शन में जम्मू-कश्मीर केन्द्रीय विश्वविद्यालय से आए हुए छात्र मुस्तफा अली ने कहा कि पूरा जम्मू -कश्मीर जेएनयू एबीवीपी के इस संघर्ष में इनके साथ है और यदि यूजीसी और जेएनयू प्रशासन इसके बाद भी नहीं सुनता है तो हम दिल्ली की सड़कों पर आकर अपना प्रदर्शन करेंगें ।

सौरभ शर्मा ने कहा की आज प्रशासन की तरफ से रेक्टर, प्रॉक्टर और रजिस्टार ने आके हम लोग से निवेदन किया की आप लोग भूख हड़ताल को खत्म करिये हम इस मुद्दे पे हम लोग चर्चा करेंगे।
लेकिन हम लोगों ने उनके निवेदन को नकारते हुए कहा की जब तक जेएनयू एम् फिल/ पीएचडी के वाइवा के अंक को 100 से 10 नहीं करती और उसके साथ साथ लिखित परीक्षा में छात्र द्वारा पाये गए अंक को भी छात्रों के एडमिशन चयन के समय जोड़ा जाये।
इस पुरे एडमिशन प्रक्रिया में एससी/एसटी और ओबीसी का आरक्षण भी सुनिश्चित करें।
जब तक हमारी मांगे नही माने जाती है तब तक हम लोग का अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगा।

एबीवीपी दिल्ली अपनी मागों को लेकर कल सोमवार को 2 बजे यूजीसी पे प्रदर्शन करेगी।और छात्र विरोधी नोटिफिकेशन को खत्म करने की माँग रखेंगे अगर ऐसा नहीं होता है तो हम भारत सरकार के ख़िलाफ़ भी मोर्चा खोलेंगे और तब तक हमारी भूख हड़ताल जारी रहेगी।

आज भूख हड़ताल पे बैठे छात्रों को डॉक्टर द्वारा भूख हड़ताल तोड़ने को भी बोला है।

ललित ने कहा की आज सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों का समर्थन से यह तय हो गया है की उच्चशिक्षा में सामाजिक न्याय, पारदर्शिता स्थापित करने के लिए पूरा भारत प्रतिबद्ध है।

धन्यवाद,
सौरभ शर्मा,
एबीवीपी नेता व पूर्व संयुक्त सचिव जेएनयूएसयू।