अच्छा लेखक बनने के लिए लंबे समय तक किताबों को पढ़ना ज़रूरी : साधना शंकर

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (10/04/2022): “आरोहण” किताब की लेखिका साधना शंकर से टेन न्यूज़ नेटवर्क ने खास बातचीत की जिसमें उन्होंने कहा कि यह किताब मूल रूप से अंग्रेजी किताब है और जिसे हिंदी में अनुवादित किया गया है ताकि साइंस फिक्शन की ऑडियंस पर फर्क पड़ सके। उन्होंने कहा कि मेरे मुताबिक, जब आप अपनी जिंदगी का लंबा समय किताब पढ़ने पर लगाते हैं तब जाकर आप एक लेखक बनने के बारे में सोच सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे होते होंगे जो सीधे लेखक बन जाते होंगे लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं है।

उन्होंने कहा कि मैंने स्कूल कॉलेज में साइंस फिक्शन के बारे में बहुत पढ़ा था और दो कैटेगरी मुझे आज भी पसंद आती है। वह साइंस फिक्शन और हुडन्स है। मैं आज भी बहुत सारी फिल्में और सीरियल इसी क्षेत्र में देखना पसंद करती हूं। उन्होंने कहा कि मैं साइंस की छात्रा नहीं थी और मैंने दसवीं कक्षा में ही साइंस छोड़ दी थी।

उन्होंने किताब के बारे में कहा कि मैंने ऐसे-ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया है जो ना तो हिंदी के है और ना ही अंग्रेजी के है। उन्होंने कहा कि पात्रों के नाम भी बिल्कुल अजीब-अजीब से है जो ना तो हिंदुस्तानी करेक्टर है और ना ही विदेशी करेक्टर है और जब पाठक किताब पढ़ें तो उन्हें लगे कि वह दूसरी दुनिया में है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये सारे शब्द जो किताब में प्रयोग किये गए है वह मेरे काल्पनिक शब्द है।

उन्होंने कहा कि जो सरकारी भाषा में हिंदी है मैं उसकी बात नहीं कर रही हूं, जो बोलचाल की भाषा में हिंदी का इस्तेमाल किया जाता है मैं उसकी बात कर रही हूं। उन्होंने कहा कि जो बोलचाल और आम भाषा की हिन्दी है हम लोग उसको जितना सरल बनाएंगे उतना ही लोग हिंदी को स्वीकार करना और बोलना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी भी 100 में से 60% लोग हिंदी भाषा या परदेसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो एक तरह से परिवर्तन चालू है। उसको बस हम लोगों को देखना है। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी भाषा है और हमारे देश की भाषा है। उन्होंने कहा कि अपनी भाषा को हम लोग छोड़ नहीं सकते उसके बिना तो हम लोग लॉस्ट हैं। उन्होंने कहा कि आप अपनी भाषा को भूल गए और सोचने लगे कि हम हिंदी नहीं जानते हैं लेकिन अब वो समय खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि अब सब लोग हिंदी बोलना चाहते हैं और उसमें प्रोन्नति प्राप्त करना चाहते हैं।