टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (23/03/2022): भारतीय जनता पार्टी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने अरविंद केजरीवाल के राजनीति से सन्यास लेने वाले बयान पर अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में अगर बीजेपी चुनाव जीतती है तो है तो आप राजनीति से सन्यास लेंगे और आप अपनी बातों से मुकर मत जाइएगा। दरअसल भारतीय जनता पार्टी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए दिल्ली नगर निगम चुनाव को टालने के आरोपों पर कहा कि अरविंद केजरीवाल जनता को पूरा सच बताइए।
उन्होंने वीडियो में कहा, “आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के नगर निगम चुनाव में बीजेपी डर के मारे भाग रही है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे तर्क क्या है? उन्होंने वो नहीं बताया है। उसने कहा कि आप लोग जानते हैं कि दिल्ली में पहले एक ही एमसीडी और एक ही मेयर होता था। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित की सरकार ने एक एमसीडी के तीन एमसीडी कर दिए थे जो कि दक्षिण, पूर्व और उत्तर एमसीडी था। उन्होंने कहा कि इससे तीन विभाग हो गए हैं जिसमें तीन कमिश्नर और तीन मेयर हो गए और वो सारे सिस्टम को चलाने के लिए दिल्ली की जनता को 200 करोड़ का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ दिल्ली सरकार जो एमसीडी को पैसा देते थे वो अरविंद केजरीवाल की सरकार ने देना बंद कर दिए हैं जिससे की 13000 करोड़ रुपए आज भी अरविंद केजरीवाल की सरकार को एमसीडी को देना है। उन्होंने कहा कि एमसीडी का चुनाव क्यों टाला जा रहा है ये सारी बातें अरविंद केजरीवाल जी ने नहीं बताए हैं।”
उन्होंने कहा कि कल भारत सरकार द्वारा तीनों एमसीडी को एक करने का फैसला सुनाया गया है ताकि दिल्ली की जनता को 200 करोड़ का अतिरिक्त बोझ उठाना नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा संशोधन है दिल्ली नगर निगम के लिए, जनता के लिए और दिल्ली के विकास के लिए लेकिन अरविंद केजरीवाल ये नहीं चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की जनता को सच बताइए और आज चुनाव नहीं हुआ तो 4 महीने बाद होगा लेकिन आप अपने शर्त को ध्यान में रखिएगा। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली नगर निगम चुनाव में बीजेपी जीत गई तो आप राजनीति से संन्यास लेंगे। उन्होंने कहा कि चाहे आपको आज लेना पड़े या 4 महीने बाद लेना पड़े लेकिन आप अपनी बातों से मुकर मत जाइएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता बड़े विश्वास से आपको मुख्यमंत्री बना कर बैठी हैं मगर आप उनका बार-बार विश्वास तोड़ते हैं ये ठीक नहीं है।