दिल्‍ली नगर निगम संशोधन बिल पर पक्ष-विपक्ष के नेताओं की प्रतिक्रियाएं

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (22/03/2022): दिल्‍ली नगर निगम संशोधन बिल को आज केंद्रीय कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई है। इस अधिनियम के मुताबिक तीनों एमसीडी के विलय करने का प्रस्ताव है जिससे की तीनों पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी नगर निगमों को मिलाकर एक नगर निगम बनाया जाएगा। केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले पर पक्ष-विपक्ष के नेता इस पर प्रतिक्रियाएं शेयर कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने तीनों नगर निगमों का एकीकरण करने का फैसला को स्वागत योग्य बताया है तो वहीं विपक्ष इसे चुनाव टालने का बहाना बता रहे हैं।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि बिल के सभी पहलू सामने नहीं आए हैं, इसलिए एमसीडी के एकीकरण के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। इस एकीकरण के लिए बीजेपी के पास 7 साल थे, लेकिन उन्होंने जिस तरह से चुनाव स्थगित किए हैं वह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। हमें बिल से कोई समस्या नहीं है।

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने ट्वीट में लिखा है, “आप-भाजपा ने मिलकर दिल्ली नगर निगम को कंगाल कर दिया। अब कहा जा रहा है की आर्थिक तंगी की वजह से निगमों का एकीकरण किया। एकीकरण के बहाने सिर्फ चुनाव को टालना था।”

भारतीय जनता पार्टी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने ट्वीट में लिखा है, “MCD के तीनों निगमों को एक करने का आज केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जो निर्णय लिया वो स्वागत योग्य है, अब MCD और भी बेहतर तरीके से दिल्ली की जनता के लिए कार्य कर पाएगी। MCD में बीजेपी ही आएगी के संकल्प के साथ दिल्ली की बेहतरी के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ चलें।”

भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने ट्वीट में लिखा है, “तीनों निगमों के एकीकरण का केंद्रीय कैबिनेट द्वारा लिया गया फैसला बहुत ही स्वागत योग्य कदम है, जिससे निगम मजबूत होगा और जनता के लिए बेहतर काम कर पायेगा। आइए हम सब मिलकर दिल्ली को स्वच्छ व बेहतर बनाए, और हम सब दिल्लीवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ चलें। MCD में बीजेपी ही आएगी।”