टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (11/03/2022): राज्य चुनाव आयोग द्वारा दिल्ली नगर निगम चुनावों की तारीखों को टाल दिया गया था जिसे लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि चुनाव को ऐसे मत रोकिए क्योंकि यह जनतंत्र के लिए ठीक नहीं है। साथ ही, उन्होंने राज्य चुनाव आयोग से बोला कि आप पर जो भी धमकी, दबाव या लालच है आप उसे बाहर आकर बताइए। उन्होंने कहा कि पूरा देश आपके साथ खड़ा होगा।
उन्होंने कहा कि 9 तारीख को सुबह-सुबह दिल्ली चुनाव आयोग ने एक प्रेस इनविटेशन भेजा और कहा कि आज शाम 5:00 बजे दिल्ली नगर निगम चुनाव की तारीखों की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि उसी दिन 4:00 बजे एक घंटा पहले केंद्र सरकार ने दिल्ली चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी की हम दिल्ली के तीनों नगर निगमों को मिलाकर हम एक नगर निगम बनाने जा रहे हैं इसलिए आप ये चुनाव को टाल दीजिए। दिल्ली चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार के मुताबिक चुनाव टालने का ऐलान शाम 5:00 बजे कर दिया।
उन्होंने कहा कि शायद भारत के इतिहास में पिछले 75 साल में और आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ होगा कि केंद्र सरकार ने किसी राज्य के चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर चुनाव टालने के लिए कहां है। उन्होंने कहा कि पिछले सात-आठ सालों से केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। उन्होंने कहा अगर इन्हें तीनों नगर निगमों को एक साथ करना था तो 8 सालों में उन्होंने क्यों नहीं किया था। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव की तारीखों की घोषणा करने के ठीक एक घंटा पहले उन्हें अचानक याद आता है कि हमें तीनों एमसीडी को एक साथ करना है इसलिए चुनाव को टाल दिया जाए।
उन्होंने कहा कि लोग बातें कर रहे हैं कि एमसीडी को एक साथ करना एक बहाना है। उनका मकसद तो चुनाव की तारीखों को टालने का था। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी को लग रहा है कि यदि दिल्ली में चुनाव होंगे तो आम आदमी पार्टी की जबरदस्त लहर है और उस लहर में भारतीय जनता पार्टी बह जाएगी। उन्होंने कहा कि साथ ही लोग यह भी बात कर रहे हैं कि चुनाव में तीनों नगर निगमों को एक साथ करने की क्या जरूरत है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में तीन नगर निगम है और 272 वार्ड है और तीनों नगर निगमों के काउंसलर अलग-अलग बैठते हैं। यदि तीनों नगर निगमों को एक साथ कर दिया जाएगा तो तीनों काउंसलर एक साथ बैठेंगे। उन्होंने कहा कि तो इसके लिए चुनाव रोकने और टालने की क्या जरूरत थी।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनका मकसद तीनों नगर निगमों को एक साथ करना नहीं था उनका मकसद चुनाव की तारीखों को टालना था। उन्होंने कहा कि ये देश के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य चुनाव आयोग दोनों ने अच्छा काम नहीं किया है। एक तो केंद्र ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर चुनाव की तारीखों को टलवा दिया और दूसरा राज्य चुनाव आयोग केंद्र सरकार के सामने झुक गया और चुनाव की तारीख को टाल दिया हैं। उन्होंने कहा कि यह जनतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि सरकारें आते जाते रहेगी। इसलिए सरकार और पार्टी जरूरी नहीं है और ये देश महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर हम चुनाव आयोग पर दबाव डालकर चुनाव को कैंसिल करवाते हैं तो इससे चुनाव आयोग कमजोर होता है। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव आयोग कमजोर होता है तो देश कमजोर होता है इसलिए हम सबको मिलकर देश की रक्षा करनी है।
उन्होंने कहा कि मेरी आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि आप चुनाव को मत कैंसिल करवाइए क्योंकि यदि चुनाव कैंसिल होता है तो यह जनतंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछा कि क्या जनतंत्र में चुनाव को ऐसे टाला जा सकता है? उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि राज्य चुनाव आयोग को क्या दबाव, धमकी और लालच दिया गया है। जिससे कि वह तुरंत 1 घंटे के अंदर चुनाव टालने को तैयार हो गए। ऐसे संस्था कैसे चलेगी।