टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (2/03/2022): दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के नेता विपक्ष प्रेम चौहान और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष मनोज त्यागी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भारतीय जनता पार्टी और आदेश गुप्ता से सवाल किया है कि जो जन रसोई अटल बिहारी जी के नाम से खोला गया था वह आज कहां है? और उसका पैसा कहां गया? उन्होंने एक और आरोप लगाया है कि क्या गौतम गंभीर का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से बड़ा हो गया है?
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का नेता विपक्ष प्रेम चौहान ने कहा कि वर्ष 2017 में दिल्ली भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी द्वारा चुनावी घोषणा पत्र जारी किया गया था। उन्होंने अटल जी के नाम से अटल जन आहार योजना का जिक्र किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि ₹10 में गरीबों को भरपेट भोजन देने का काम करेंगे। वर्ष 2017 के लगभग दिसम्बर महीने में हर ज़ोन में एक-एक कांउटर रखा गया और अगले बजट भाषण में इसकी तारीफ करते हुए कहा कि हमने जो कहा था उसे हमने पूरा कर दिए हैं। तीनों कॉर्पोरेशन ने इसकी तारीफ भी किया बोला पहले 4 था अब इसे हम 40 कर देंगे और इसका उद्घाटन बड़े-बड़े सांसदों ने मिलकर किया था।
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि हम और दिल्ली की जनता जानना चाहती हैं कि जो ये कांउटर था, वह आज कहां गया है? सवाल यह है कि पहले आपने प्रचार करके गरीब लोगों को पेट भरने के लिए कांउटर लगाए और फिर उस कांउटर को कबाड़ बनाया लेकिन आज वह कांउटर कहां गया? क्या आप उस कबाड़ से ‘वेस्ट ऑफ़ वंडर पार्क’ या भारत दर्शन पार्क बनाएं है? उन्होंने कहा कि अटल जी के नाम से बनाए गए योजना को पूरी तरह से गायब कर दिए हैं। जब मैंने इस योजना की जांच पड़ताल किया और अधिकारियों से जानने की कोशिश की इस योजना में कितने पैसे खर्च किए गए हैं तो अधिकारियों ने कहा कि हम इसमें एक रुपए भी नहीं दे सकते हैं और हमने कोई एक रुपए भी नहीं दिए हैं। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने कोई योजना नहीं बनाया था। भारतीय जनता पार्टी केवल झूठ बोलती है। आम आदमी पार्टी आप से वादा करता है कि यदि हम कोई योजना लेकर आएंगे तो उसे जमीन पर लेकर आएंगे उसके तरह झूठ नहीं बोलेंगे।
भारतीय जनता पार्टी ने जो इस योजना को छोड़ दिया है हम उनसे विनती करेंगे कि अटल बिहारी जी के नाम के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार नहीं करें सब उनका सम्मान करते हैं। भारतीय जनता पार्टी इस तरह की योजना केवल कागजों में लेकर आती है इसलिए मनोज तिवारी, मीनाक्षी लेखी और भारतीय जनता पार्टी बताएं कि आज वह काउंटर कहां गया है। भारतीय जनता पार्टी केवल झूठ बोलने काम कर रही है कि हम ये योजना लेकर आएंगे आज भी वह केवल झूठ बोल रहे है मुझे ऐसा लग रहा है कि जो इस योजना में पैसा लगना था उस पैसों को उसके नेता ने मिलकर खा लिए है। इसलिए इसकी जांच होनी चाहिए जब भारतीय जनता पार्टी अपने पूर्वज और बड़े नेताओं को ठगने का काम कर सकती है तो दिल्ली की जनता तो अलग ही बात हो जाएगी। तो मेरा सीधा सवाल आदेश गुप्ता जी से है कि जो यह काउंटर खोले गए उसका पैसा आया और वह कहां गया है? और यह काउंटर आज कहां है? मुझे पूरा भरोसा है कि आप इसका जवाब जरूर देंगे क्योंकि अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ा यह मामला है।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष मनोज त्यागी ने कहा कि अटल बिहारी जी के नाम से जन रसोई योजना बनाना और उनके नाम से चालू करके बंद कर देना तो फिर तो ऐसा है सिर्फ राजनीति के लिए भारतीय जनता पार्टी बड़े-बड़े नामों और समाजिक लोगों का इस्तेमाल करती हैं और फिर उस योजना को बंद कर देती है। इसी तरह से पूर्वी दिल्ली में गौतम गंभीर के नाम से जन रसोई खुल रहा है। आज जो वह जन रसोई खुल रहा है वह एमसीडी के पास है और वह ढलान घर है एमसीडी का लेकिन जब हम अधिकारियों से पूछते हैं कि यह ढलान घर उनके किस तहत दिया गया है तो ना तो एमसीडी के पास और ना ही अधिकारियों के पास इसका कोई जवाब है। उन्होंने इसे कागजी तौर पर नहीं लिया है और नहीं उसे कागजी तौर पर दिया गया है।
उन्होंने आगे कहा, मेरा भारतीय जनता पार्टी और एमसीडी से सवाल है कि आखिर यह ढलान किस योजना के तहत गौतम गंभीर के ट्रस्ट को दिया गया है? जब आप जन आहार योजना चलाते हैं जब दोपहर के समय वहां पर लोग खाने के लिए जाता है तो वह जन रसोई बंद मिलता है। हमने इसके लिए जांच पड़ताल भी किए हैं तो वह बंद मिलता है इसलिए ढोल पीटना बंद करें। अटल बिहारी जी के नाम से जन रसोई को लाया गया जो कि अब धरातल पर नहीं है और आज आप अब बात करते हैं गौतम गंभीर की जन रसोई की तो क्या गौतम गंभीर जी का नाम अटल बिहारी जी के नाम से बड़ा हो गया है? ये बहुत शर्मनाक बात है इन लोगों को बस सिर्फ राजनीति करना है और राजनीति करने के लिए यह नामों का प्रयोग करते हैं। राजनीति करने के लिए गरीब लोगों के भावनाओं के साथ खेला जा रहा है यह सिर्फ कहते हैं ₹10 में हम आपको भरपेट खाना देंगे। ये सब इनकी झूठ बोलने की नीतियां है आज जनता इसे अच्छे से समझ गई है।